नई दिल्ली, 11 फरवरी 2025, मंगलवार। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने 26 नवंबर 2008 के मुंबई हमले और 2016 के पठानकोट आतंकवादी हमलों को “विश्वासघात” करार दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ इस समय निर्बाध वार्ता संभव नहीं है, क्योंकि कोई इस तरह बात नहीं कर सकता कि जैसे कुछ हुआ ही नहीं हो।
थरूर ने यह भी कहा कि वह अपने जीवन के अधिकांश समय शांति के पक्षधर रहे हैं, लेकिन वास्तविकता ने उन्हें ठगा है। उन्होंने विदेश मंत्री के साथ सहमति जताई कि निर्बाध बातचीत संभव नहीं है, क्योंकि आप प्रतिक्रिया देने के अलावा कुछ नहीं कर सकते।
हालांकि, थरूर ने लोगों के बीच आपसी संबंधों की वकालत की और कहा कि “बात न करना भी नीति नहीं है।” उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह से अमेरिका से भारतीयों के एक समूह को वापस भेजा गया, उससे स्वाभाविक रूप से भारत में काफी चिंता, आक्रोश और गुस्सा पैदा हुआ है और नई दिल्ली को इस बारे में वाशिंगटन को “संवेदनशीलता से” संदेश देना होगा।