उत्तर प्रदेश के शामली में भाजपा नेता अश्विनी पवार पर फायरिंग का मामला सामने आया है। आरोप है कि यह फायरिंग पुलिस की एसओजी टीम ने की। चार राउंड फायरिंग में एक गोली भाजपा नेता के परिजन के हाथ में लगी, जबकि तीन गोली कार में जा धंसी। फायरिंग के बाद पुलिस ने अश्विनी को हिरासत में लिया और पूरी रात यातनाएं दी। इस घटना से संबंधित एक सीसीटीवी भी सामने आया है। फायरिंग की सूचना पाकर बुधवार सुबह उनके समर्थक घर पहुंचे। अभी तक इस प्रकरण में किसी पुलिस अधिकारी का कोई बयान नहीं आया है।
दिल्ली-सहारनपुर रोड का मामला
पूरा मामला थाना कांधला क्षेत्र के दिल्ली-सहारनपुर रोड का है। यहां पर क्षेत्र के कस्बा एलम निवासी भाजपा नेता अश्विनी पवार अपने चार परिजनों के साथ कांधला में किसी काम से आए थे। जैसे ही वह गांव की तरफ मुड़ने लगे पहले से ही रोड पर स्थित एक रेस्टोरेंट में बैठी एसओजी की टीम ने भाजपा नेता की गाड़ी को घेर लिया और फायरिंग कर दी। भाजपा नेता ने फायर होते ही गाड़ी को दौड़ा लिया।
भाजपा नेता का आरोप है कि पुलिस की गाड़ी से पीछा कर उन पर फायरिंग की गई। जब वे घर पहुंचे तो एसओजी और सीओ कैराना जितेंद्र कुमार जबरन उन्हें उठा कर थाने ले गए और पूरी रात टॉर्चर किया। साथ ही उन पर झूठे मुकदमे लगाए जाने की धमकी दी। इस पूरी घटना में अश्वनी के एक परिजन मनीष कुमार को हाथ में गोली लगी है। तीन गोलियां उसकी गाड़ी पर लगी है। बुधवार सुबह जैसे ही भाजपा नेता अपने घर पर पहुंचे तो उसके समर्थकों की भारी भीड़ आवास पर जमा हो गई। भाजपा नेता ने एसओजी की टीम कर रुपए लेकर उनकी हत्या करने के प्रयासों का आरोप लगाया है। कहा कि पुलिस उनकी हत्या करना चाहती है। अश्विनी भाजपा की तरफ से चेयरमैन का चुनाव लड़ चुके हैं। वर्ष 2005 में उनके पिता की हत्या कर दी गई थी।
एएसपी से कराई जाएगी जांच
एसओजी टीम द्वारा भाजपा नेता पर फायरिंग के मामले में पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव ने कहा भाजपा नेता द्वारा एक आवेदन पत्र दिया गया है। इसकी जांच एडिशनल एसपी द्वारा कराई जा रही है। सीसीटीवी फुटेज और अन्य जांच के आधार पर जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।