मिर्जापुर, 20 जुलाई 2025: मिर्जापुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर शनिवार की सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया। एक CRPF जवान, जो अपने बेटे और साथी के साथ स्टेशन पर मौजूद था, को कुछ कांवड़ियों ने मामूली विवाद के बाद लात-घूसों से बेरहमी से पीट दिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिसके बाद रेलवे पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सात कांवड़ियों को गिरफ्तार कर लिया। हैरानी की बात यह है कि इनमें चार नाबालिग हैं।
क्या था पूरा मामला?
मिर्जापुर के देहात कोतवाली क्षेत्र के खुटहां निवासी CRPF जवान गौतम, जो मणिपुर में तैनात हैं, शुक्रवार की सुबह अपने बेटे और एक साथी के साथ मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पहुंचे थे। वे ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस से अपनी ड्यूटी के लिए रवाना होने वाले थे। सुबह करीब 9:40 बजे, जब गौतम का साथी सामान लेने गया, तब स्टेशन पर बैजनाथ धाम जाने वाले कांवड़ियों की भारी भीड़ थी। इसी दौरान, किसी बात को लेकर गौतम और कुछ कांवड़ियों के बीच कहासुनी हो गई।
विवाद इतना बढ़ा कि कांवड़ियों ने गौतम पर हमला बोल दिया। उन्होंने जवान को जमीन पर गिराकर लात-घूसों से पिटाई शुरू कर दी। वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि गौतम का बेटा अपने पिता को बचाने की कोशिश करता है, लेकिन कांवड़ियों का गुस्सा थमने का नाम नहीं लेता। गौतम जैसे ही उठकर खड़े हुए, हमलावरों ने दोबारा उन पर हमला कर उन्हें जमीन पर गिरा दिया।
रेलवे कर्मचारियों ने किया बीच-बचाव
इस भयावह मंजर को देखकर रेलवे स्टेशन के अधीक्षक रविंद्र कुमार ने तुरंत अपने कर्मचारियों को भेजा, जिन्होंने हस्तक्षेप कर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। हमलावर कांवड़िए भागकर स्टेशन से बाहर चले गए, लेकिन इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
वीडियो वायरल होने के बाद रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) और जीआरपी ने तुरंत छानबीन शुरू की। RPF ने सात कांवड़ियों को हिरासत में लिया, जिनमें से चार नाबालिग हैं। गिरफ्तार बालिग आरोपियों की पहचान सत्यम, अभिषेक साहू (फतहां, कोतवाली शहर) और अभय तिवारी (कजरहवा पोखरा) के रूप में हुई है। सभी आरोपियों का चालान कर दिया गया है।
RPF प्रभारी चमन सिंह तोमर ने बताया कि विवाद की शुरुआत कांवड़ियों और CRPF जवान के बीच हुई थी, लेकिन इसका सटीक कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। स्टेशन पर टिकट लेने या गांजा मांगने को लेकर विवाद की चर्चा है। गौतम ने तहरीर देकर अपनी शिकायत दर्ज की और फिर ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस से मणिपुर के लिए रवाना हो गए।
सवालों के घेरे में कानून-व्यवस्था
यह घटना न केवल शर्मनाक है, बल्कि देश की सेवा में तैनात एक जवान के साथ इस तरह का व्यवहार समाज में बढ़ती असहिष्णुता को दर्शाता है। एक पिता को अपने बेटे के सामने इस तरह अपमानित और पीटे जाने की तस्वीर ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। आखिर क्या कारण था कि मामूली विवाद इतना हिंसक रूप ले लिया? और क्या इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए स्टेशनों पर सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त करने की जरूरत है?
पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है, और उम्मीद है कि दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी। यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि समाज में आपसी सम्मान और संयम की कितनी जरूरत है।