गौशाला में गायों के लिए चारा नहीं, लेकिन ग्राम प्रधानों के लिए पार्टी का पूरा इंतजाम!
गाजीपुर, 11 दिसंबर 2024, बुधवार। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में गौशालाओं से जुड़ा एक बड़ा भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। सरकार ने गौशाला में मवेशियों के रखरखाव और उनके चारे की व्यवस्था के लिए 22 लाख रुपए दिए थे, लेकिन ग्राम प्रधानों ने इन पैसों को दूसरे कामों में खर्च कर दिया। यह मामला यूपी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना बृहद गौशाला से जुड़ा है, जिसके तहत निराश्रित पशुओं को रखा जाता है और उनके रखरखाव और चारे की व्यवस्था शासन के द्वारा की जाती है। गाजीपुर के करीमुद्दीनपुर में बृहद गौशाला का निर्माण कराया गया था और यहां बहुत सारे गांव से पशु पकड़कर लाए गए थे। लेकिन अब यह मामला भ्रष्टाचार के आरोपों में घिर गया है। इस मामले में जिला अधिकारी से शिकायत की गई है और मामले की जांच की मांग की गई है।
गौशाला के पैसे से कोल्ड ड्रिंक और फर्नीचर की खरीदारी! गाजीपुर में बड़ा भ्रष्टाचार का खुलासा
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक बड़ा भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। गौशाला के लिए 20 से 25 लाख रुपये की राशि दी गई थी, लेकिन इसके बजाय ग्राम प्रधानों ने इस पैसे को अपने पति के फर्म और रिश्तेदारों के फर्म में भेज दिया, जो फर्नीचर और कोल्ड ड्रिंक बेचने का काम करते हैं। इस मामले में जयंत राम नामक एक शख्स ने अक्टूबर 2024 में डीएम को एक पत्र दिया और आरोप लगाया कि गौशाला चलाने वाली संस्था को मात्र कुछ लाख रुपये ही दिए गए हैं। इसके बाद जिलाधिकारी ने एडीओ पंचायत राम अवध राम को जांच का जिम्मा सौंपा, लेकिन उन्होंने भी शिकायतकर्ता को बिना सूचना दिए और जानकारी लिए बैठे-बैठे पूरे मामले का निस्तारण कर दिया। अब इस मामले में एक बार फिर से करीमुद्दीनपुर के रहने वाले नित्यानंद राय ने जिलाधिकारी को जांच कराने का पत्र सौंपा है, लेकिन अभी तक शिकायतकर्ता को कोई सूचना या जानकारी नहीं दी गई है।