हरिद्वार, उत्तराखंड, 5 जून 2025, गुरुवार: धर्मनगरी हरिद्वार, जो गंगा के पवित्र तटों और आध्यात्मिकता के लिए जाना जाता है, आज एक ऐसी घटना से दहल उठा है, जिसने मां-बेटी के पवित्र रिश्ते को तार-तार कर दिया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पूर्व महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष अनामिका शर्मा पर अपनी ही 13 वर्षीय नाबालिग बेटी का यौन शोषण कराने का गंभीर आरोप लगा है। इस मामले ने न केवल सामाजिक मूल्यों को झकझोर दिया है, बल्कि मानवता और ममता की परिभाषा पर भी प्रश्नचिह्न लगा दिया है।
मामले का खुलासा: एक पिता की चौकसी
यह दिल दहलाने वाली घटना तब सामने आई, जब पीड़िता के पिता ने अपनी बेटी को असामान्य रूप से गुमसुम और परेशान देखा। करीब एक महीने से अपनी मां से अलग, पिता के साथ रह रही 13 वर्षीय किशोरी ने जब अपनी आपबीती सुनाई, तो पिता के पैरों तले जमीन खिसक गई। बच्ची ने बताया कि उसकी मां अनामिका शर्मा ने अपने प्रेमी सुमित पटवाल और उसके दोस्तों के साथ मिलकर उसका बार-बार यौन शोषण कराया। यह सिलसिला हरिद्वार के अलावा आगरा और वृंदावन के होटलों तक चला। पीड़िता ने यह भी खुलासा किया कि मां ने उसे शराब पिलाई और डराने-धमकाने के बाद अपराध को अंजाम दिया गया। किसी को बताने पर उसे और उसके पिता को जान से मारने की धमकी भी दी गई।
पिता की शिकायत पर रानीपुर कोतवाली पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़िता का मेडिकल कराया, जिसमें यौन शोषण की पुष्टि हुई। पुलिस ने पोक्सो एक्ट और सामूहिक दुष्कर्म की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर अनामिका शर्मा और उसके प्रेमी सुमित पटवाल को शिवमूर्ति चौक के पास युग रेजीडेंसी होटल से गिरफ्तार कर लिया। इस होटल को सुमित ने लीज पर लिया था, जहां अनामिका भी रह रही थी।
भाजपा ने किया निष्कासित, लेकिन सवाल बरकरार
अनामिका शर्मा, जो लंबे समय तक भाजपा महिला मोर्चा की सक्रिय कार्यकर्ता और पूर्व जिलाध्यक्ष रही, इस मामले के सामने आने के बाद पार्टी ने तत्काल प्रभाव से उनकी प्राथमिक सदस्यता समाप्त कर दी। हरिद्वार भाजपा के जिला अध्यक्ष आशुतोष शर्मा ने बताया कि अगस्त 2024 में ही अनामिका को उनकी शिकायतों के चलते सभी दायित्वों से मुक्त कर दिया गया था। हालांकि, सोशल मीडिया पर अनामिका की दिल्ली, देहरादून और हरिद्वार के प्रभावशाली भाजपा नेताओं के साथ तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिससे यह सवाल उठ रहा है कि क्या पार्टी को पहले से उनकी गतिविधियों की जानकारी थी?
घटना का भयावह विवरण: कार से होटल तक की दरिंदगी
पुलिस जांच में सामने आया कि यह घृणित अपराध जनवरी 2025 में शुरू हुआ, जब अनामिका ने अपनी बेटी को “घुमाने” के बहाने कार में अपने प्रेमी सुमित और उसके दोस्त शुभम के साथ भेल स्टेडियम ले गई। वहां शराब के नशे में दोनों ने किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया, जिसमें अनामिका की मौजूदगी और सहमति थी। पीड़िता ने बताया कि उसकी मां ने उसे वोदका पिलाई और जब वह रोती-चिल्लाती रही, तो उसे चुप कराते हुए कहा, “यह सब करना ही पड़ेगा।” इसके बाद आगरा, वृंदावन और हरिद्वार के होटलों में भी किशोरी के साथ बार-बार दुष्कर्म किया गया।
पुलिस के अनुसार, अनामिका का अपने पति से लंबे समय से विवाद चल रहा था, जिसके चलते वह पति से अलग होकर सुमित के साथ रह रही थी। इस दौरान उसने अपनी बेटी को भी अपने साथ रखा, लेकिन उसकी मंशा पति से अनजान थी। एक अन्य आरोपी अभी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है।
सामाजिक और राजनीतिक हलचल
इस घटना ने न केवल हरिद्वार, बल्कि पूरे उत्तराखंड में सनसनी फैला दी है। सोशल मीडिया पर इस मामले को लेकर गुस्सा और आक्रोश देखा जा रहा है। कई यूजर्स ने इसे “सामाजिक मूल्यों के पतन की पराकाष्ठा” करार दिया है। विपक्षी दलों, खासकर कांग्रेस, ने इस मुद्दे को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है, जिससे राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है।
हरिद्वार के एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की गई। पीड़िता के बयान और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस अब तीसरे आरोपी की तलाश में जुटी है।
ममता पर काला धब्बा
यह घटना न केवल एक अपराध है, बल्कि मां-बेटी के रिश्ते पर एक गहरा धब्बा है। अनामिका, जो कभी नारी सशक्तीकरण और बेटियों की सुरक्षा के लिए मंचों पर भाषण देती थी, आज उसी ममता को शर्मसार करने वाली सच्चाई के साथ बेनकाब हो चुकी है। समाज अब यह सवाल पूछ रहा है कि आखिर एक मां अपनी ही बेटी के साथ ऐसा कैसे कर सकती है? यह घटना हमें सामाजिक मूल्यों, पारिवारिक रिश्तों और नैतिकता पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर करती है।
हरिद्वार की इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि अपराध की कोई सीमा नहीं होती, और जब वह अपराध अपने ही घर से शुरू होता है, तो उसका दर्द और गहरा हो जाता है।