प्रयागराज, 8 जून 2025, रविवार: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में पुलिस ने एक ऐसा ठग गिरोह पकड़ा, जिसकी करतूत सुनकर आपकी आँखें फटी की फटी रह जाएँगी! इस गिरोह की “लुटेरी दुल्हन” ने तीन साल में 15 से ज्यादा हिंदू शादियाँ और 6 से अधिक निकाह रचाए। हिंदू हो या मुस्लिम, जो मिला, उसी से ब्याह रचाकर गहने-नकदी समेट फुर्र! ये कहानी किसी बॉलीवुड थ्रिलर से कम नहीं!
गिरोह का शातिर खेल: पंडित, मौलवी, माता-पिता सब फर्जी!
इस गिरोह में सब कुछ था—नकली पंडित, मौलवी, और यहाँ तक कि दुल्हन के “मम्मी-पापा” भी जालसाज! यूपी, हरियाणा, राजस्थान से लेकर मध्य प्रदेश तक, इस लुटेरी दुल्हन ने हर धर्म के दूल्हों को अपने जाल में फँसाया। शादी के बाद ये दुल्हन विदाई के वक्त गहनों का पिटारा लेकर गायब! अगर मौका न मिला, तो ससुराल पहुँचकर सुहागरात से ठीक पहले “हाय रे भाग्य” कहकर फरार। कुछ मामलों में तो ये दो-तीन दिन ससुराल में ड्रामा करती रही, और फिर नकली माता-पिता आकर “विदाई” का नाटक रच ले जाते।
शिकार की तलाश: हरियाणा-राजस्थान में फैला जाल
हरियाणा और राजस्थान में शादी के लिए तरसते युवकों को ये गिरोह आसानी से फँसाता था। हाल ही में अलवर के एक युवक की शिकायत पर प्रयागराज पुलिस की नींद खुली। गोपनीय सूचना मिली कि खुल्दाबाद में ये ठग छिपे हैं। बस फिर क्या, पुलिस ने घनश्याम नगर रेलवे क्रॉसिंग के पास दबिश दी और मुख्य आरोपी शहाना को धर दबोचा। उसकी निशानदेही पर निशा, प्रीति, ममता, आसिफ, जैनुल और मास्टरमाइंड श्रीराम गुर्जर भी पकड़े गए। श्रीराम ही शिकार ढूँढने से लेकर सारा प्लान बनाने का “डायरेक्टर” था।
ऐसे रचते थे शादी का ड्रामा
गिरोह का तरीका बड़ा शातिर था। ये लोग उन लड़कों को टारगेट करते, जिनकी शादी नहीं हो पा रही थी। जैसे ही कोई “बेचारा” मिलता, ये संपर्क साधते, लड़की दिखाते, और फिर शुरू होता था शादी का तमाशा। दूल्हा हिंदू हो तो पंडित बनकर मंत्र पढ़े जाते, मुस्लिम हो तो मौलवी बनकर निकाह। सारा ड्रामा इतना पक्का कि कोई शक ही न करे! तीन साल में 20 से ज्यादा शादियाँ कर ये गिरोह लाखों की ठगी कर चुका था।
लुटेरी दुल्हन का “एक्शन प्लान”
पुलिस पूछताछ में शहाना ने खुलासा किया कि वो शादी के तुरंत बाद गहने-नकदी लेकर भागने की कोशिश करती थी। अगर मौका न मिले, तो विदाई के रास्ते में गाड़ी रुकवाकर “नाटक नंबर दो”। ससुराल पहुँचने पर भी मौका न मिले, तो सुहागरात से पहले “अलविदा”! दो बार तो उसे मजबूरी में ससुराल में दो-तीन दिन “एक्टिंग” करनी पड़ी, लेकिन आखिरकार वो अपने नकली मम्मी-पापा के साथ गायब हो ही जाती।
पुलिस का मास्टरस्ट्रोक
प्रयागराज पुलिस ने इस गिरोह को जड़ से उखाड़ फेंका। अब ये लुटेरी दुल्हन और उसके साथी सलाखों के पीछे हैं। लेकिन इस कहानी ने सबको सोचने पर मजबूर कर दिया कि आखिर शादी जैसा पवित्र बंधन भी ठगी का हथियार कैसे बन गया?
तो सावधान! अगर कोई शादी का लालच दे, तो पहले उसकी “स्क्रिप्ट” अच्छे से पढ़ लें, कहीं आप भी इस लुटेरी दुल्हन के अगले “हीरो” न बन जाएँ!