N/A
Total Visitor
35.9 C
Delhi
Monday, June 2, 2025

आजमगढ़ में सनसनीखेज हत्याकांड: 24 घंटे में मां और तीन बेटों को पुलिस ने दबोचा

आजमगढ़, 31 मई 2025, शनिवार। आजमगढ़ के देवगांव थाना क्षेत्र के मिर्जापुर गांव में 29 मई 2025 की रात एक दिल दहलाने वाली घटना ने सभी को झकझोर दिया। 20 वर्षीय आदित्य सेठ की बेरहमी से हत्या के मामले में पुलिस ने चौबीस घंटे से भी कम समय में चारों अभियुक्तों को धर दबोचा, जिसमें एक मां और उसके तीन बेटे शामिल हैं।

रात के सन्नाटे में चाकू की धार और खून की कहानी

मामला तब शुरू हुआ जब आदित्य सेठ, रात करीब 9 बजे दुकान पर सामान लेने गए। वहां पुराने बकाये रुपये को लेकर अभियुक्तों के साथ उनकी तीखी नोकझोंक हो गई। बात इतनी बढ़ी कि विवाद हिंसक रूप ले लिया। अभियुक्तों ने आदित्य पर लात-घूंसों और लाठी-डंडों से हमला बोल दिया। इस बीच, सर्वेश चौरसिया उर्फ नंदू ने चाकू निकालकर आदित्य पर ताबड़तोड़ वार किए, जिससे वह लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़े। अस्पताल ले जाते समय आदित्य ने दम तोड़ दिया।

आदित्य के भाई सत्यम सेठ की तहरीर पर देवगांव थाने में मुकदमा (संख्या 185/2025, धारा 103(1) बीएनएस) दर्ज हुआ। तहरीर में बताया गया कि पुरानी रंजिश और बकाये का विवाद इस खौफनाक वारदात की वजह बना।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई: 24 घंटे में सलाखों के पीछे

30 मई को मुखबिर की सूचना पर प्रभारी निरीक्षक विमल प्रकाश राय ने अपनी टीम के साथ लालगंज-मसीरपुर कट हाईवे पर जाल बिछाया। शाम 5:20 बजे चारों अभियुक्त-सनोहर चौरसिया (26), मनोहर चौरसिया (28), सर्वेश चौरसिया उर्फ नंदू (25), और उनकी मां सुनीता देवी (55)-को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में सनोहर ने कबूल किया कि पुरानी रंजिश और बकाये के विवाद में सर्वेश ने मौके का फायदा उठाकर दुकान से चाकू निकाला और आदित्य पर जानलेवा हमला किया। भीड़ जुटने पर अभियुक्तों ने चाकू छिपाकर भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की तेजी के आगे उनकी एक न चली।

कौन हैं ये अभियुक्त?

गिरफ्तार चारों अभियुक्त मिर्जापुर गांव के निवासी हैं। सनोहर, मनोहर, और सर्वेश स्वर्गीय कालीदास चौरसिया के बेटे हैं, जबकि सुनीता देवी उनकी मां हैं। इस परिवार पर इस जघन्य अपराध का इल्जाम लगा है, जिसने पूरे गांव को हिलाकर रख दिया।

पुलिस की चौकस टीम

इस त्वरित कार्रवाई में प्रभारी निरीक्षक विमल प्रकाश राय के साथ उपनिरीक्षक आकांक्षा पांडेय, हेड कांस्टेबल ओमप्रकाश सिंह, कांस्टेबल ऋषभ शुक्ला और शिवम तिवारी ने अहम भूमिका निभाई। पुलिस ने विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है और हत्या में इस्तेमाल चाकू सहित अन्य साक्ष्यों की तलाश में जुट गई है।

जांच जारी, गांव में तनाव

इस सनसनीखेज हत्याकांड ने मिर्जापुर गांव में तनाव का माहौल बना दिया है। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि सच के हर पहलू को सामने लाया जा सके। यह घटना न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि यह समाज में रंजिश और हिंसा के दुष्परिणामों की एक डरावनी तस्वीर भी पेश करती है।

Advertisement

spot_img

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

2,300FansLike
9,694FollowersFollow
19,500SubscribersSubscribe

Advertisement Section

- Advertisement -spot_imgspot_imgspot_img

Latest Articles

Translate »