हापुड़, 21 अप्रैल 2025, सोमवार। उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में एक ऐसी घटना ने सबको हैरान कर दिया, जो किसी बॉलीवुड फिल्म की स्क्रिप्ट से कम नहीं। हापुड़ पुलिस में तैनात महिला हेड कांस्टेबल निर्मला, जो तीन बच्चों की मां है, अपने प्रेमी नवीन के साथ फरार हो गई। इतना ही नहीं, दोनों ने मंदिर में शादी भी रचा ली। लेकिन इस प्रेम कहानी में ट्विस्ट तब आया, जब नवीन की पत्नी नेहा ने देहात थाने में मुकदमा दर्ज कराकर इस मामले को सुर्खियों में ला दिया। नवीन, जो बिजली विभाग में संविदा कर्मचारी है, ने 15 दिन पहले ही नेहा से शादी की थी। अब यह प्रेम त्रिकोण न केवल हापुड़ की गलियों में चर्चा का विषय है, बल्कि सोशल मीडिया पर भी तूफान मचा रहा है। आखिर क्या है इस सनसनीखेज कहानी की सच्चाई?
प्रेम की शुरुआत: किराएदार से आशिक तक
निर्मला हापुड़ पुलिस के वन स्टॉप सेंटर में तैनात थीं। कुछ महीने पहले तक वह नवीन के घर में किराएदार के तौर पर रहती थीं। नवीन बिजली विभाग में संविदा कर्मचारी है और हापुड़ का ही निवासी है। मकान मालिक और किराएदार के रिश्ते से शुरू हुई यह कहानी धीरे-धीरे प्रेम की राह पर बढ़ चली। दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं, और यह रिश्ता इतना गहरा हो गया कि निर्मला ने अपने तीन बच्चों और नवीन ने अपनी नई-नवेली पत्नी को छोड़कर एक-दूसरे का साथ चुन लिया।
लेकिन इस कहानी में एक और मोड़ था। नवीन ने सिर्फ 15 दिन पहले ही नेहा नाम की युवती से शादी की थी। नेहा को जब निर्मला और नवीन के रिश्ते की भनक लगी, तो उसने तीन दिन पहले दोनों को रंगेहाथ पकड़ लिया। इसके बावजूद निर्मला और नवीन ने हार नहीं मानी और 18 अप्रैल, 2025 को मंदिर में शादी रचा ली। इस घटना ने न केवल दोनों के परिवारों को हिलाकर रख दिया, बल्कि पुलिस महकमे में भी हड़कंप मचा दिया।
पत्नी का गुस्सा: देहात थाने में केस दर्ज
नवीन की पत्नी नेहा के लिए यह विश्वासघात असहनीय था। उसने देहात थाने में निर्मला और नवीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। नेहा का आरोप है कि निर्मला ने उसके पति को प्रेमजाल में फंसाकर उसका घर उजाड़ दिया। पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है और दोनों की तलाश में छापेमारी कर रही है। देहात थाना प्रभारी ने बताया कि नेहा की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गई है, और जल्द ही दोनों को पकड़ लिया जाएगा।
इस बीच, सोशल मीडिया पर इस घटना ने तूल पकड़ लिया है। कुछ लोग इसे प्रेम की जीत बता रहे हैं, तो कुछ इसे रिश्तों की मर्यादा तोड़ने वाला कदम करार दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “प्यार में उम्र और रिश्तों की कोई सीमा नहीं, लेकिन दूसरों का घर तोड़ना कहां का इंसाफ है?” वहीं, दूसरों का कहना है कि निर्मला और नवीन ने समाज की परवाह न करते हुए अपने दिल की सुनी।
पुलिस महकमे में हड़कंप: क्या होगी कार्रवाई?
निर्मला के इस कदम ने हापुड़ पुलिस को भी असहज स्थिति में डाल दिया है। एक महिला सिपाही का इस तरह प्रेमी के साथ फरार होना और मंदिर में शादी रचाना न केवल अनुशासनहीनता का मामला है, बल्कि पुलिस की छवि पर भी सवाल उठाता है। सूत्रों के अनुसार, पुलिस विभाग निर्मला के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। संभावना है कि उन्हें निलंबित किया जा सकता है।
इससे पहले भी बिहार के नवादा में एक महिला सिपाही और सब-इंस्पेक्टर की शादी का मामला सुर्खियों में आया था, जहां शादी के बाद दरोगा को निलंबित कर दिया गया था। हापुड़ पुलिस अब इस मामले को गंभीरता से ले रही है और जांच में कोई कोताही नहीं बरतना चाहती।
सामाजिक और कानूनी सवाल
यह घटना कई गंभीर सवाल खड़े करती है। पहला, क्या प्यार के नाम पर रिश्तों की मर्यादा तोड़ना उचित है? निर्मला तीन बच्चों की मां हैं, और नवीन ने अपनी 15 दिन पुरानी शादी को ठुकरा दिया। दूसरा, क्या पुलिस जैसे जिम्मेदार विभाग में कार्यरत कर्मचारियों से इस तरह के व्यवहार की उम्मीद की जा सकती है? तीसरा, नेहा को इंसाफ कैसे मिलेगा, और क्या निर्मला और नवीन का यह कदम कानूनी रूप से टिक पाएगा?
भारतीय दंड संहिता की धारा 494 के तहत, अगर कोई व्यक्ति अपने जीवनसाथी के जीवित रहते हुए दूसरी शादी करता है, तो यह बिगैमी (द्विविवाह) का अपराध माना जाता है, जिसके लिए सात साल तक की सजा हो सकती है। नवीन की पहली शादी को बिना तलाक के निर्मला से शादी करना कानूनी रूप से गंभीर अपराध हो सकता है। पुलिस इस पहलू की भी जांच कर रही है।
हापुड़ में प्रेम त्रिकोण की चर्चायह प्रेम त्रिकोण हापुड़ की गलियों से लेकर सोशल मीडिया तक चर्चा का विषय बन गया है। लोग इसे अलग-अलग नजरिए से देख रहे हैं। कुछ इसे निर्मला और नवीन की हिम्मत बता रहे हैं, जो समाज के बंधनों को तोड़कर अपने प्यार को चुन रहे हैं। वहीं, कुछ इसे गैर-जिम्मेदाराना और अनैतिक कदम मानते हैं। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “पुलिसवाले अगर इस तरह का व्यवहार करेंगे, तो आम लोग क्या सीखेंगे?”
इस घटना ने हाल के दिनों में उत्तर प्रदेश में प्रेम के नाम पर फरार होने की घटनाओं को और हवा दी है। बदायूं में समधन और समधी के फरार होने और अलीगढ़ में सास-दामाद की लव स्टोरी जैसे मामले पहले ही सुर्खियों में रह चुके हैं। हापुड़ का यह मामला भी अब इस फेहरिस्त में शामिल हो गया है।
प्यार या विश्वासघात?
निर्मला और नवीन की प्रेम कहानी भले ही उनके लिए रोमांचक हो, लेकिन इसने दो परिवारों को दर्द और बदनामी के भंवर में डाल दिया है। नेहा का टूटा दिल, निर्मला के बच्चों का भविष्य, और नवीन की कानूनी उलझनें—यह कहानी जितनी प्रेम की है, उतनी ही जिम्मेदारी और विश्वासघात की भी। पुलिस की जांच और कानूनी कार्रवाई इस मामले में सच्चाई सामने लाएगी, लेकिन यह घटना हमें सोचने पर मजबूर करती है कि प्यार की आड़ में रिश्तों की बलि देना कहां तक उचित है।
क्या निर्मला और नवीन का प्यार समाज और कानून की कसौटी पर खरा उतरेगा? क्या नेहा को उसका हक मिलेगा? यह तो वक्त बताएगा, लेकिन फिलहाल हापुड़ की यह ‘लव स्टोरी’ सबके लिए एक सबक है—प्यार में सतर्कता और जिम्मेदारी उतनी ही जरूरी है, जितना जुनून।