बस्ती (यूपी), 23 जून 2025: परशुरामपुर थाना क्षेत्र में शनिवार शाम एक दिल दहला देने वाली वारदात ने इलाके में सनसनी फैला दी। बड़ौदा यूपी बैंक के दो अफसरों का चार बदमाशों ने अपहरण कर लिया और रात भर उन्हें बंधक बनाकर बेरहमी से पीटा। बदमाशों ने न सिर्फ अफसरों के खातों से पैसे लूटे, बल्कि उनके परिजनों से फिरौती मंगवाकर लाखों रुपये ट्रांसफर कराए। रविवार शाम छोड़े गए पीड़ितों ने देर रात थाने पहुंचकर तहरीर दी, लेकिन मुकदमा दर्ज करने में पुलिस की सुस्ती ने बैंककर्मियों में आक्रोश पैदा कर दिया।
शाम ढलते ही बदमाशों का कहर
बड़ौदा यूपी बैंक की जितीपुर शाखा के प्रबंधक रवि तिवारी ने बताया कि शनिवार शाम 5 बजे बैंक बंद कर वह अपने सहयोगी फील्ड ऑफिसर रसिक के साथ कार से घर लौट रहे थे। करीब साढ़े पांच बजे श्रृंगीनारी के पास बाइक सवार चार बदमाशों ने उनकी कार रुकवा ली। असलहे की नोक पर दोनों को बंधक बनाकर पास के एक कब्रिस्तान में ले जाया गया। वहां उनकी आंखों पर पट्टी बांध दी गई और रात भर मारपीट का सिलसिला चलता रहा।
लूट का खौफनाक खेल
बदमाशों ने दोनों अफसरों के एटीएम कार्ड छीन लिए और उनके खातों से सारे पैसे निकाल लिए या ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद पीड़ितों के फोन से परिजनों को कॉल करवाकर फिरौती की मोटी रकम उनके खातों में मंगवाई गई, जिसे बदमाशों ने तुरंत लूट लिया। रवि तिवारी के मुताबिक, कुल कितनी रकम लूटी गई, यह बैंक स्टेटमेंट से ही स्पष्ट होगा।
पुलिस की सुस्ती से गुस्से में बैंककर्मी
रविवार शाम आजाद हुए पीड़ितों ने अपने साथियों और परिजनों को घटना की जानकारी दी। देर रात रवि और रसिक, बैंक कर्मचारी एसोसिएशन के साथियों के साथ परशुरामपुर थाने पहुंचे और तहरीर सौंपी। लेकिन थानाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह की गैरमौजूदगी और प्रभारी झारखंडे पांडे की ‘ऑनलाइन मीटिंग’ का हवाला देकर टालमटोल ने पीड़ितों का गुस्सा बढ़ा दिया। बैंककर्मियों का प्रतिनिधिमंडल देर रात तक थाने पर डटा रहा, खबर लिखें जाने तक मुकदमा दर्ज होने की सूचना नहीं मिली है।
इलाके में दहशत का माहौल
इस सनसनीखेज वारदात ने बस्ती में दहशत फैला दी है। लोग पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठा रहे हैं। क्या बदमाशों का यह दुस्साहस बेरोकटोक जारी रहेगा? या पुलिस इस मामले में त्वरित कार्रवाई कर पीड़ितों को न्याय दिलाएगी? फिलहाल, बैंककर्मी और स्थानीय लोग जवाब का इंतजार कर रहे हैं।