हापुड़, 10 जुलाई 2025: उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना ने स्थानीय लोगों में आक्रोश फैला दिया है। थाना देहात क्षेत्र की एक महिला ने कुछ मनचलों पर गंभीर आरोप लगाते हुए एसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज की है। महिला का दावा है कि मनचलों ने बीच सड़क पर उसका हाथ पकड़कर उसे ईंख के खेत में खींचने की कोशिश की और बाद में होटल में घुसकर लाठी-डंडों से उसकी पिटाई की। पुलिस की निष्क्रियता से तंग आकर पीड़िता ने अब एसपी से इंसाफ की मांग की है।
क्या है पूरा मामला?
शिकायती पत्र के अनुसार, पीड़िता एक होटल में साफ-सफाई का काम करती है। उसने बताया कि कुछ युवक लंबे समय से उसे रास्ते में छेड़छाड़ और आपत्तिजनक टिप्पणियों से परेशान कर रहे थे। सामाजिक डर के चलते वह चुप रही, लेकिन 7 जुलाई को स्थिति तब बेकाबू हो गई, जब वह पैदल होटल जा रही थी। आरोपियों ने उसका रास्ता रोककर हाथ पकड़ा और उसे जबरन ईंख के खेत की ओर खींचने लगे। पीड़िता के शोर मचाने पर आसपास के लोग जुटे, जिसके बाद आरोपी भाग निकले।
होटल में भी नहीं छोड़ा, की बेरहम पिटाई
किसी तरह जान बचाकर पीड़िता होटल पहुंची, लेकिन आरोपियों का दुस्साहस यहीं खत्म नहीं हुआ। कुछ ही देर में वे होटल में घुस आए और लाठी-डंडों से महिला की पिटाई कर दी। बीच-बचाव करने आए होटल मालिक पर भी हमला किया गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके पर हस्तक्षेप किया, लेकिन पीड़िता का आरोप है कि थाने और चौकी पर बार-बार शिकायत के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। अगले दिन, 8 जुलाई को भी आरोपियों ने फिर से उसका रास्ता रोकने की कोशिश की।
न्याय के लिए भटक रही पीड़िता
हद से परेशान होकर पीड़िता अपने परिजनों और ग्रामीणों के साथ एसपी कार्यालय पहुंची और पूरे घटनाक्रम की लिखित शिकायत दर्ज की। पीड़िता ने बताया कि वह कई बार थाने और चौकी के चक्कर काट चुकी है, लेकिन उसे हर बार निराशा ही हाथ लगी। अब उसने एसपी से इंसाफ की गुहार लगाई है।
एसपी का आश्वासन: होगी सख्त कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ज्ञानंजय सिंह ने त्वरित संज्ञान लिया। उन्होंने कहा, “महिला की शिकायत प्राप्त हुई है। मामले की गहन जांच के आदेश दे दिए गए हैं। दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी भी सूरत में उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।”
यह घटना न केवल हापुड़ में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाती है, बल्कि पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर भी उंगलियां उठा रही है। अब सबकी नजर इस बात पर टिकी है कि पीड़िता को कब और कैसा इंसाफ मिलेगा।