वाराणसी, 19 जून 2025, गुरुवार: वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर फर्जी टिकट घोटाले का बड़ा खुलासा हुआ है। जीआरपी ने ऑटोमैटिक टिकट वेंडिंग मशीन (ATVM) संचालक बृजेश श्रीवास्तव को हिरासत में लिया है। उस पर महानगरी एक्सप्रेस और अन्य ट्रेनों के जाली जनरल टिकट बेचने का गंभीर आरोप है। यात्रियों की शिकायत और CCTV फुटेज के आधार पर यह कार्रवाई की गई, जिसने रेलवे प्रशासन में हड़कंप मचा दिया है।
क्या है पूरा मामला?
मामला तब सामने आया जब यात्रियों राजमणि और रेखा शर्मा ने एक वीडियो जारी कर अपनी आपबीती साझा की। उन्होंने बताया कि मुंबई जाने के लिए 6 जनरल टिकट के बदले उनसे ₹2200 वसूले गए। ये टिकट सौरभ नाम के कुली की मदद से ATVM से लिए गए थे। जांच में टिकट फर्जी पाए गए, जिसके बाद जीआरपी ने त्वरित कार्रवाई शुरू की।
जांच में चौंकाने वाले खुलासे
-आरोपी बृजेश श्रीवास्तव शिवपुर, वाराणसी का निवासी है।
- उसने न केवल महानगरी एक्सप्रेस बल्कि शटल ट्रेनों के फर्जी टिकट भी बेचे।
- जबलपुर और छिवकी स्टेशनों पर भी ऐसे जाली टिकट पकड़े गए हैं।
- महाकुंभ के दौरान टिकटों की कालाबाजारी कर मोटा मुनाफा कमाया गया।
- रेलवे को इस घोटाले से करोड़ों रुपये का नुकसान होने का अनुमान है।
- CCTV फुटेज में बृजेश को ATVM नंबर 11 के पास टिकट बेचते हुए देखा गया।
रेलवे बोर्ड की सख्ती
रेलवे बोर्ड ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। जीआरपी, विजिलेंस, आरपीएफ और वाणिज्य विभाग की संयुक्त टीम ने जांच तेज कर दी है। दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। कैंट स्टेशन पर कुल 16 ATVM मशीनें संचालित हैं, जिनमें से एक से यह फर्जीवाड़ा सामने आया है।
यात्रियों से अपील
रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे टिकट केवल अधिकृत काउंटर या ATVM से ही लें और किसी बिचौलिए पर भरोसा न करें। इस घटना ने एक बार फिर रेलवे की टिकटिंग व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जीआरपी ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और अन्य संदिग्धों की तलाश जारी है।