मुख्य सरगना फरार, पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई को मिला ₹25,000 का इनाम
वाराणसी, 30 जून 2025: वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट ने एक बड़े गौवंश तस्करी रैकेट का पर्दाफाश कर सनसनी मचा दी है। लंका थाना पुलिस की सतर्क कार्रवाई में 38 गायें, 17 बछिया और 3 सांडों को अमानवीय तस्करी से बचाया गया, जबकि चार तस्करों को हिरासत में लिया गया। गौशाला की आड़ में पिछले दो वर्षों से चल रहा यह गोरखधंधा बिहार तक फैला था।
29 जून की चेकिंग में खुला राज
एसीपी गौरव कुमार के नेतृत्व में भेलूपुर के न्यू कॉलोनी में टाटा एस गोल्ड वाहन की चेकिंग के दौरान पुलिस को बड़ी सफलता मिली। वाहन में क्रूरता से ठूंसे गए गौवंश देख पुलिसकर्मी सन्न रह गए। मौके से वाहन चालक समेत चार तस्करों—शुभम भारती, रतन लाल राजभर, विजय शंकर यादव उर्फ भोला यादव और सत्पाल सिंह—को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने एक मोटरसाइकिल और तस्करी में इस्तेमाल वाहन भी जब्त किया।
मुख्य सरगना सुनील की तलाश तेज
पुलिस के मुताबिक, इस रैकेट का मास्टरमाइंड सुनील अभी फरार है। सात आरोपियों की पहचान हो चुकी है, जिनमें से चार दबोचे जा चुके हैं। सुनील गायों को अलग-अलग स्थानों पर रखकर दूध निकालने का बहाना बनाता था, ताकि स्थानीय लोगों को शक न हो। यह गिरोह सुनियोजित ढंग से गौवंश को बिहार भेजकर मोटा मुनाफा कमा रहा था।
पुलिस की मेहनत रंग लाई, मिला इनाम
डीसीपी काशी ने इस शानदार कार्रवाई के लिए पुलिस टीम को ₹25,000 का नकद इनाम देकर सम्मानित किया। वाराणसी पुलिस की इस मुस्तैदी ने न केवल गौवंश की रक्षा की, बल्कि तस्करों के मंसूबों पर भी पानी फेर दिया।
पुलिस अब फरार सुनील और अन्य संदिग्धों की तलाश में छापेमारी कर रही है। शहर में गौवंश तस्करी के खिलाफ और सख्त कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।