अंबेडकरनगर, 6 सितंबर 2025: अयोध्या के पड़ोसी जिले अंबेडकरनगर में पिछले एक महीने में 70 से अधिक लड़कियों के लापता होने की सनसनीखेज घटना ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है। पुलिस के पास 56 लड़कियों के अपहरण की FIR दर्ज की गई है, जबकि 15 से अधिक मामलों में परिवारों ने सामाजिक लज्जा के डर से शिकायत दर्ज नहीं कराई। शुरुआती जांच में 17 मामलों में मुस्लिम युवकों के नाम सामने आए हैं, जिससे हिंदू संगठनों में आक्रोश फैल गया है।
लापता लड़कियों में अधिकतर अनुसूचित जाति और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इन लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाने, मोबाइल और पैसे का लालच देकर गायब करने की बात सामने आई है। हिंदू संगठनों ने इन घटनाओं को ‘लव जिहाद’ और जबरन मतांतरण का हिस्सा बताते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस रिकॉर्ड में चौंकाने वाले आंकड़े
अगस्त महीने में जिले के विभिन्न थानों में अपहरण के कुल 56 मामले दर्ज हुए हैं। अकबरपुर कोतवाली में 11, मालीपुर में 9, जलालपुर में 8, अहिरौली में 7, बसखारी में 6, जैतपुर में 5, महरुआ और सम्मनपुर में 3-3, जबकि इब्राहिमपुर और भीटी में 2-2 मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
प्रलोभन और मतांतरण की आशंका
पुलिस की प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि किशोरियों और युवतियों को प्रेम के जाल में फंसाने के साथ-साथ आर्थिक प्रलोभन देकर गायब किया गया। हिंदू संगठनों ने इसे सुनियोजित साजिश करार देते हुए जिले में बड़े पैमाने पर मतांतरण के खेल की आशंका जताई है। संगठनों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई और लापता लड़कियों की सुरक्षित वापसी की मांग की है।
पुलिस की कार्रवाई तेज
जिला पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष जांच दल का गठन किया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सभी मामलों की गहन जांच की जा रही है और जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा। साथ ही, जनता से अपील की गई है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
इस घटना ने न केवल अंबेडकरनगर, बल्कि पूरे प्रदेश में तनाव की स्थिति पैदा कर दी है। स्थानीय लोग और हिंदू संगठन इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर सड़कों पर उतरने की तैयारी कर रहे हैं। प्रशासन के सामने अब कानून-व्यवस्था बनाए रखने की बड़ी चुनौती है।