वाराणसी, 26 मार्च 2025, बुधवार। वाराणसी के मंडुआडीह थाने में एक ऐसा मामला सामने आया है, जो दहेज की लालच और धोखाधड़ी की हकीकत को बयां करता है। यहां पुलिस ने 6 लोगों के खिलाफ दहेज अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है। यह कार्रवाई मुख्यमंत्री पोर्टल पर दर्ज शिकायत और ACP रोहनिया की जांच के बाद हुई। पीड़ित परिवार का आरोप है कि शादी के नाम पर उनके साथ छल हुआ, जिसमें उन्हें करीब 44 लाख रुपये का नुकसान उठाना पड़ा।
कैसे शुरू हुई कहानी?
मंडुआडीह के एक व्यक्ति ने अपनी बेटी की शादी भेलूपुर के कबीर नगर निवासी हर्ष द्विवेदी से तय की थी। यह रिश्ता जुलाई 2022 में कश्मीरीगंज के अजय दुबे ने करवाया था। 8 जुलाई को हर्ष के माता-पिता लड़की के घर आए, उसे छेका दिया और शादी पक्की हो गई। इस मौके पर लड़की के पिता को 1.27 लाख रुपये खर्च करने पड़े। इसके बाद 9 अक्टूबर को सगाई हुई, जिसमें होटल क्लार्क में आयोजन के लिए 16.95 लाख रुपये लगे। इसमें 3.72 लाख की हीरे की अंगूठी और 1 लाख रुपये नकद भी लड़के को दिए गए। फिर 5 नवंबर को तिलक तय हुआ, जिसके चार दिन पहले 20 लाख रुपये नकद दिए गए। तिलक में भी 5.13 लाख रुपये खर्च हुए। कुल मिलाकर, तिलक तक पीड़ित का 44.35 लाख रुपये खर्च हो चुका था।
शादी की तैयारी और दहेज की नई मांग
7 फरवरी 2023 को शुभम लॉन में शादी की तारीख तय हुई। परिवार तैयारियों में जुट गया, लेकिन तभी मध्यस्थ अजय दुबे अपनी पत्नी के साथ आया और बोला, “21 लाख से शादी नहीं होगी, 25 लाख की लग्जरी कार देनी पड़ेगी।” लड़की के पिता ने असमर्थता जताई, क्योंकि शादी का खर्च अभी बाकी था। पहले ऐसी कोई मांग नहीं थी, लेकिन अब दबाव बढ़ने लगा।
धोखे का खुलासा और मारपीट
शादी की तारीख नजदीक आई तो लड़के वालों ने टालमटोल शुरू कर दी। 3 मार्च 2024 को पीड़ित की पत्नी को पता चला कि हर्ष की शादी कहीं और तय हो गई है। जब वह सवाल करने गई, तो उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया गया। इसके बाद पीड़ित ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की। पुलिस ने दोनों पक्षों को बुलाया, लेकिन हर्ष ने बहाना बनाया कि वह बीमार है और दिसंबर 2024 तक शादी कर लेगा। लेकिन 12 मार्च को उसने लखनऊ में दूसरी शादी रचा ली।
पुलिस की कार्रवाई
ACP रोहनिया संजीव कुमार शर्मा ने बताया कि जांच में सारे आरोप सही पाए गए। मंडुआडीह थाने में IPC की धारा 323, 504, 506 और दहेज प्रतिषेध नियमों के तहत FIR दर्ज की गई है। पुलिस अब आरोपियों को पकड़ने और पैसे की रिकवरी की कोशिश में जुटी है।
एक सबक
यह मामला दहेज की भेंट चढ़ते रिश्तों की कड़वी सच्चाई दिखाता है। पीड़ित परिवार की मेहनत की कमाई लुट गई, और बेटी का भविष्य अधर में लटक गया। अब सवाल यह है कि क्या दोषियों को सजा मिलेगी और पीड़ित को न्याय? जांच जारी है, और शहर इस घटना से स्तब्ध है।