नोएडा, 10 जून 2025, मंगलवार: नोएडा पुलिस ने मंगलवार को एक बड़े खुलासे के साथ मीडिया जगत को हिलाकर रख देने वाली कार्रवाई की। भारत 24 न्यूज चैनल की एंकर शाजिया निसार और अमर उजाला अखबार की डिजिटल शाखा के एंकर आदर्श झा को ब्लैकमेलिंग और रंगदारी के एक बड़े रैकेट के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। दोनों के खिलाफ भारत 24 चैनल के प्रबंधन द्वारा दर्ज कराई गई तीन प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) में रंगदारी, ब्लैकमेलिंग और आपराधिक धमकी जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं।
नोएडा के सेक्टर-58 थाने की पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया। सूत्रों के अनुसार, शाजिया निसार और आदर्श झा पर चैनल के शीर्ष अधिकारियों से 65 करोड़ रुपये की फिरौती मांगने का आरोप है। आरोप है कि दोनों ने चैनल के प्रबंध निदेशक जगदीश चंद्रा, परामर्श संपादक अनीता हाड़ा और मानव संसाधन प्रमुख अनु श्रीधर सहित अन्य कर्मचारियों को झूठे यौन उत्पीड़न और बलात्कार के मामलों में फंसाने की धमकी दी थी।
पुलिस ने शाजिया निसार के आवास पर छापेमारी के दौरान 34.50 लाख रुपये नकद बरामद किए। इसके अलावा, पुलिस को ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग भी मिली हैं, जिनमें कथित तौर पर धमकियों और बैठकों का विवरण दर्ज है। नोएडा पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि क्या यह रंगदारी और ब्लैकमेलिंग का यह रैकेट किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा है, जिसमें अन्य पत्रकार या प्रभावशाली लोग शामिल हो सकते हैं।
मामले का पृष्ठभूमि और आरोप
जानकारी के अनुसार, शाजिया निसार ने 2022 में आदर्श झा की सिफारिश पर भारत 24 जॉइन किया था। इससे पहले वह रिपब्लिक भारत, टीवी9 भारतवर्ष, और ज़ी मीडिया जैसे चैनलों से जुड़ी रहीं। उनकी रूस-यूक्रेन युद्ध की कवरेज को लेकर पहले भी विवादास्पद चर्चा हो चुकी है। सूत्रों के मुताबिक, शाजिया का चैनल में कार्यकाल विवादों से भरा रहा। 2023 से 2025 के बीच उन्होंने कथित तौर पर सहकर्मियों के खिलाफ यौन उत्पीड़न और बलात्कार के झूठे आरोप लगाने की धमकी देकर शुरू में 5 करोड़ रुपये की मांग की थी, जो बाद में बढ़कर 65 करोड़ रुपये हो गई।
भारत 24 के प्रबंध निदेशक जगदीश चंद्रा ने एक बयान में कहा, “कानून अपना काम कर रहा है। शाजिया न केवल मेरे खिलाफ, बल्कि कई अन्य वरिष्ठ सहकर्मियों, जैसे संपादक सईद उमर, परामर्श संपादक अनीता हाड़ा और मानव संसाधन प्रमुख अनु के खिलाफ भी धमकियां दे रही थीं। सभी लोग उनकी हरकतों से तंग आ चुके थे।”
कानूनी कार्रवाई और जांच
दोनों आरोपियों को मंगलवार को गौतम बुद्ध नगर के सिविल जज (जूनियर डिवीजन-II) के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें 21 जून 2025 तक 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है, जिसमें रंगदारी, आपराधिक धमकी और साजिश के आरोप शामिल हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता दीपक चौहान ने अभियोजन पक्ष की ओर से मामले की पैरवी की।
नोएडा पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हम इस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं। शुरुआती सबूतों से पता चलता है कि यह एक संगठित रैकेट हो सकता है। हम अन्य संभावित संलिप्त व्यक्तियों की भूमिका की भी जांच कर रहे हैं।”
मीडिया जगत में हलचल
इस घटना ने भारतीय मीडिया जगत में एक नई बहस को जन्म दे दिया है। पत्रकारिता की आड़ में ब्लैकमेलिंग और रंगदारी जैसे अपराधों ने पेशे की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के मामले पत्रकारिता के नैतिक मूल्यों को कमजोर करते हैं और मीडिया संगठनों के लिए आंतरिक निगरानी तंत्र को मजबूत करने की आवश्यकता को रेखांकित करते हैं।
पुलिस ने जनता से अपील की है कि इस मामले से संबंधित कोई भी जानकारी हो तो वह नजदीकी थाने में संपर्क करें। जांच अभी जारी है, और आने वाले दिनों में इस मामले में और खुलासे होने की संभावना है।