गाजियाबाद, 2 जुलाई 2025: शहर के इंदिरापुरम में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक निजी कंपनी का कर्मचारी, जो NRI के घर वाई-फाई कनेक्शन लगाने आया था, ने उनकी पत्नी की ‘फ्रेंड रिक्वेस्ट’ ठुकराए जाने पर बदला लेने की ठान ली। आरोपी ने न सिर्फ महिला की फोटो और फोन नंबर एस्कॉर्ट सर्विस के नाम से सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, बल्कि उनके पति और 10 साल के बेटे को जान से मारने की धमकी भी दी। इस घटना ने पूरे परिवार को डर और तनाव में डाल दिया है।
क्या है पूरा मामला?
पुलिस के अनुसार, इंदिरापुरम थाना क्षेत्र में रहने वाले एक NRI के भतीजे ने शिकायत दर्ज कराई है। उनके चाचा, जो अमेरिका में कारोबारी हैं, अपनी पत्नी और ऑटिज्म से पीड़ित बेटे के साथ गाजियाबाद में रहते हैं। करीब दो साल पहले, निजी कंपनी के कर्मचारी समीर चौहान ने उनके घर वाई-फाई कनेक्शन लगाया था। इस दौरान उसने कनेक्शन संबंधी सहायता के बहाने महिला और उनके भतीजे का फोन नंबर ले लिया।
कुछ समय बाद, समीर ने महिला को मैसेज भेजकर दोस्ती का प्रस्ताव रखा। महिला ने इसका सख्त विरोध किया और इंदिरापुरम थाने में शिकायत भी दर्ज कराई। लेकिन आरोपी ने अपनी हरकतें नहीं रोकीं। हाल ही में उसने फिर से भतीजे को मैसेज कर चाची से दोस्ती करवाने की मांग की। विरोध करने पर उसने बदला लेने की ठान ली और भतीजे के नाम से फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट बनाकर महिला की फोटो के साथ आपत्तिजनक पोस्ट डाल दी। पोस्ट में महिला का फोन नंबर भी शामिल था, जिसके बाद उनके पास असामाजिक तत्वों के फोन आने शुरू हो गए।
धमकियों ने बढ़ाया डर
आरोप है कि जब महिला ने समीर से संपर्क किया तो उसने गाली-गलौज करते हुए उनके पति और बेटे को जादू-टोने से मारने की धमकी दी। इस धमकी की रिकॉर्डिंग पीड़ित परिवार ने पुलिस को सौंपी है। परिवार का कहना है कि उनका बेटा ऑटिज्म से पीड़ित है, और इस घटना ने उनकी मानसिक स्थिति को और बिगाड़ दिया है। घर में डर का माहौल है, और परिवार तनाव में जी रहा है।
मनोचिकित्सक की राय
वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ. संजीव त्यागी के अनुसार, कई बार असामाजिक तत्व अकेली महिलाओं को निशाना बनाकर उनसे अनुचित लाभ उठाने की कोशिश करते हैं। दोस्ती से इनकार करने पर वे धमकियों और उत्पीड़न का सहारा लेते हैं। डॉ. त्यागी सलाह देते हैं कि ऐसी स्थिति में तुरंत पुलिस की मदद लेनी चाहिए, मोबाइल नंबर बदलना चाहिए, और सोशल मीडिया अकाउंट की सुरक्षा बढ़ानी चाहिए। साथ ही, पुलिस को ऐसे मामलों में तेजी से कार्रवाई करनी चाहिए ताकि अपराधियों का हौसला न बढ़े।
पुलिस की कार्रवाई
इंदिरापुरम पुलिस ने समीर चौहान के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश की जा रही है, और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस घटना ने एक बार फिर सोशल मीडिया के दुरुपयोग और साइबर अपराध के खतरे को उजागर किया है।
यह मामला न केवल एक परिवार की पीड़ा को दर्शाता है, बल्कि समाज में बढ़ते साइबर अपराधों और महिलाओं के खिलाफ हिंसा के प्रति जागरूकता बढ़ाने की जरूरत को भी रेखांकित करता है।