नई दिल्ली, 24 जुलाई 2025: संसद का मानसून सत्र शुरू होते ही हंगामे की भेंट चढ़ गया। सत्ता पक्ष और विपक्ष की तल्खी के बीच जनता के मुद्दे गौण हो गए, और संसद में शोर-शराबे का आलम रहा। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे की मांग से लेकर बिहार चुनाव और SIR (Special Intensive Revision) जैसे मुद्दों ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी। इसी बीच, वरिष्ठ पत्रकार अनिता चौधरी ने कांग्रेस सांसद इमरान मसूद से तीखी और बेबाक बातचीत की, जिसमें मसूद ने न सिर्फ बीजेपी और सरकार पर जमकर निशाना साधा, बल्कि कई सनसनीखेज बयान देकर सियासत को गरमा दिया।
हंगामे के बीच जनता ठगी?
अनिता चौधरी ने सत्र के पहले दिन के हंगामे पर सवाल उठाते हुए पूछा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष की रस्साकशी में जनता के हित गौण हो रहे हैं। जवाब में मसूद ने तपाक से कहा, “जनता ठगी न जाए, इसलिए तो हम लड़ रहे हैं!” उन्होंने इंडी गठबंधन की ओर से बिहार में SIR के मुद्दे पर चल रही लड़ाई का जिक्र किया। मसूद ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि SIR के जरिए बिहार में दलितों, अल्पसंख्यकों और आदिवासियों के वोट काटने की साजिश रची जा रही है। मसूद ने जोर देकर कहा, “हम बाबा साहब अंबेडकर के सपने को साकार करने के लिए लड़ रहे हैं, जिसमें सबको समान अधिकार मिले।”
इलेक्शन कमीशन पर मसूद का हमला
चुनाव आयोग पर विपक्ष के सवालों को लेकर अनिता चौधरी ने पूछा कि आयोग का दावा है कि वह गैर-नागरिकों, मृतकों या अन्य राज्यों में बसे वोटरों की सफाई कर रहा है। मसूद ने इस पर तीखा पलटवार करते हुए कहा, “इलेक्शन कमीशन बताए, कितने लोगों को गैर-नागरिक साबित किया? कितनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ? दो जगह वोटर या आधार कार्ड वालों पर कार्रवाई क्यों नहीं?” उन्होंने पारदर्शिता की कमी पर सवाल उठाते हुए आयोग को कटघरे में खड़ा किया।
बिहार चुनाव और बायकॉट की बात
जब तेजस्वी यादव के बिहार चुनाव के बहिष्कार की बात पर सवाल उठा, तो मसूद ने कहा, “जब दलितों, अल्पसंख्यकों और आदिवासियों के वोट ही काट दिए जाएंगे, तो ऐसे इलेक्शन का क्या मतलब?” हालांकि, बायकॉट का फैसला पार्टी आलाकमान पर छोड़ते हुए उन्होंने सियासी रणनीति का संकेत दिया।
ममता, राहुल और धनखड़ पर बेबाक बयान
बीजेपी विधायक केतकी सिंह के ममता बनर्जी को बांग्लादेश जाने वाले बयान पर मसूद ने तल्खी भरे अंदाज में कहा, “ऐसे लोगों के सवाल का जवाब देने की जरूरत नहीं।” वहीं, राहुल गांधी को सदन में बोलने न देने के सवाल पर उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, “राहुल गांधी के खड़े होते ही माइक बंद कर दिया जाता है।” उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे की मांग पर मसूद का बयान और सनसनीखेज रहा। उन्होंने कहा, “कुछ तो राज है, जिसकी पर्दादारी हो रही है। समय आने पर सारे राज खुलेंगे।” इस बयान ने सियासी हलकों में खलबली मचा दी।
अखिलेश की मस्जिद बैठक पर तंज का जवाब
अखिलेश यादव के मस्जिद में बैठक करने पर बीजेपी के तंज के जवाब में मसूद ने RSS प्रमुख मोहन भागवत और AIIO के इमाम उमर इलियासी की मुलाकात का हवाला दिया। उन्होंने कहा, “जब RSS और इमाम मिल सकते हैं, तो बीजेपी को अखिलेश की बैठक पर हंगामा करने का हक नहीं।” इलियासी पर हमला बोलते हुए मसूद ने कहा, “ये लोग सत्ता के गाल बजाते हैं, हमारी कौम का प्रतिनिधित्व नहीं करते।”
योगी सरकार पर तीखा प्रहार
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के कामकाज पर सवाल उठाते हुए मसूद ने तंज कसा, “जाकर योगी बाबा से पूछिए, सरकार कैसी चल रही है!” ऊर्जा मंत्री एके शर्मा के हालिया बयान का जिक्र करते हुए, जिसमें उन्होंने अपने मंत्रालय की खामियों पर अधिकारियों को फटकार लगाई थी, मसूद ने इसे सरकार की नाकामी का सबूत बताया। गोरखपुर में पीएसी की महिला प्रशिक्षुओं के हंगामे और कांवड़ियों के उत्पात पर मसूद ने योगी सरकार को घेरते हुए कहा, “इतना कुछ देखने के बाद क्या बताने की जरूरत है? देखते हैं, मुख्यमंत्री कितने अराजक तत्वों को चिन्हित कर पोस्टर लगवाते हैं।”
2027 में इंडी गठबंधन की वापसी का दावा
बातचीत के अंत में मसूद ने 2027 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा दावा ठोका। उन्होंने कहा, “इंडी गठबंधन पूरे दमखम के साथ वापसी करेगा और सरकार बनाएगा।”