नई दिल्ली, 19 मार्च 2025, बुधवार। जालंधर में एक ही दिन में दूसरा एनकाउंटर देखने को मिला, जिसमें रोजर संधू मामले से जुड़े चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इनमें एक महिला और मुख्य आरोपी शामिल हैं। यह घटना तब शुरू हुई जब रविवार को रायपुर इलाके में रोजर संधू के घर पर पाकिस्तानी डॉन शहजाद भट्टी के इशारे पर हैंड ग्रेनेड फेंका गया था। इसके बाद जालंधर देहात पुलिस ने ग्रेनेड फेंकने वाले मुख्य आरोपी हार्दिक कंबोज को हरियाणा से पकड़ा और जालंधर लाकर उससे हथियार बरामद करने की कोशिश की। लेकिन रायपुर बल्ला में हार्दिक ने पुलिस पर गोली चला दी, जिसके जवाब में पुलिस की फायरिंग में वह घायल हो गया। उसे टांग में गोली लगी और इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इसके बाद पुलिस ने हिमाचल प्रदेश से इस मामले में चार अन्य संदिग्धों—धीरज, पांडे, लक्ष्मी और अमृतप्रीत सिंह—को गिरफ्तार किया। जालंधर लाते समय आदमपुर के पास गाड़ी खराब होने पर अमृतप्रीत ने भागने की कोशिश की। रात के समय होने के कारण पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी, जिसमें अमृतप्रीत की टांग में गोली लगी। उसे दोबारा पकड़कर अस्पताल भेजा गया, जबकि बाकी तीनों को थाने ले जाया गया।
एसएसपी गुरमीत सिंह ने बताया कि सुबह हार्दिक कंबोज ने हथियार बरामदगी के दौरान पुलिस पर हमला किया था, जिसके बाद वह घायल हुआ। वहीं, रात को पकड़ा गया अमृतप्रीत सिंह उसी दिन सुबह हार्दिक के साथ मौजूद था, जब संधू के घर पर ग्रेनेड फेंका गया था। एसएसपी के मुताबिक, अमृतप्रीत पहले भी संधू के घर की रेकी कर चुका था।
उन्होंने यह भी बताया कि पकड़ी गई लक्ष्मी जालंधर की निवासी है, जबकि धीरज और पांडे बिहार के रहने वाले हैं। इन तीनों की इस ग्रेनेड हमले में भूमिका की जांच की जाएगी। पुलिस इस मामले में सभी पहलुओं को गहराई से देख रही है।