झांसी, 20 जून 2025, शुक्रवार: दिल्ली से भोपाल जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 20172) के एग्जीक्यूटिव कोच (E-2) में सीट बदलने को लेकर हुए विवाद ने गुरुवार को हिंसक रूप ले लिया। आरोप है कि झांसी के बबीना से बीजेपी विधायक राजीव सिंह पारीछा के समर्थकों ने एक यात्री राज प्रकाश की जमकर पिटाई की, जिससे उनकी नाक टूट गई और खून बहने लगा। घटना झांसी रेलवे स्टेशन पर उस समय हुई, जब ट्रेन वहां रुकी थी। इस मामले ने सोशल मीडिया पर तूल पकड़ लिया है, जहां कांग्रेस नेताओं ने बीजेपी और उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, विधायक राजीव सिंह पारीछा अपनी पत्नी कमली सिंह और बेटे श्रेयांश सिंह के साथ दिल्ली से झांसी की यात्रा कर रहे थे। उनके पास सीट नंबर 8, 50 और 51 थीं, जबकि राज प्रकाश सीट नंबर 49 (विंडो सीट) पर बैठे थे। विधायक ने राज प्रकाश से सीट बदलने का अनुरोध किया ताकि उनका परिवार एक साथ बैठ सके। राज प्रकाश ने सीट बदलने से इनकार कर दिया, जिसके बाद बहस शुरू हो गई।
आरोप है कि ट्रेन के झांसी स्टेशन पहुंचते ही 7-8 लोग कोच में घुस आए और राज प्रकाश पर लात-घूंसे और चप्पलों से हमला कर दिया। एक अन्य यात्री कीर्ति ने बताया, “15-20 लोग अचानक कोच में घुसे और राज प्रकाश को पीटने लगे। उनकी नाक से खून बहने लगा, पूरा कोच दहशत में था।” इस मारपीट में राज प्रकाश की नाक में फ्रैक्चर हो गया और वह लहूलुहान हो गए।
कांग्रेस ने उठाए सवाल, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
घटना का एक वीडियो मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रमुख मुकेश नायक ने अपने एक्स हैंडल पर शेयर किया, जिसमें घायल यात्री को दिखाया गया है। उन्होंने लिखा, “वंदे भारत ट्रेन में बुजुर्ग यात्री ने सीट नंबर 49 एक्सचेंज करने से इनकार किया, तो बबीना के बीजेपी विधायक राजीव सिंह के समर्थकों ने झांसी स्टेशन पर उनकी पिटाई कर दी। नाक से खून निकल आया। यही है सुशासन की असलियत? उत्तर प्रदेश में कानून नहीं, गुंडा राज है!”
मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री रामनिवास रावत, जो उसी कोच में सवार थे, ने भी एक्स पर इस घटना की निंदा की। उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को टैग करते हुए लिखा, “वंदे भारत के एग्जीक्यूटिव कोच में 7-8 लोगों ने एक यात्री की पिटाई की। घायल यात्री के नाक, मुंह और कान से खून बह रहा था। कुछ पुलिसकर्मी भी इनका साथ दे रहे थे। ऐसी घटनाएं यात्रियों में भय पैदा करती हैं।”
विधायक का जवाब और पुलिस कार्रवाई
दूसरी ओर, विधायक राजीव सिंह पारीछा ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उनका कहना है कि सीट बदलने की कोई बात नहीं हुई थी। उन्होंने दावा किया कि सीट नंबर 49 और 52 पर बैठे यात्री आपत्तिजनक तरीके से पैर फैलाकर बैठे थे और अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे। उन्होंने जीआरपी थाने में इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है।
जीआरपी इंस्पेक्टर योगेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। हालांकि, जीआरपी और आरपीएफ अधिकारियों ने कैमरे के सामने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
यात्रियों में दहशत, सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने वंदे भारत जैसी प्रीमियम ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कोच में मौजूद अन्य यात्रियों ने बताया कि मारपीट के दौरान बच्चे और महिलाएं डर गए थे। कांग्रेस नेताओं ने इसे “वीआईपी कल्चर” और “गुंडा राज” का उदाहरण बताते हुए रेलवे और उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है।
घायल यात्री राज प्रकाश ने भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन पर मीडिया से बात करने से इनकार करते हुए कहा, “मैं पुलिस में शिकायत कर रहा हूं।” वह दहशत में दिखे।
आगे की जांच जारी
यह घटना न केवल रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि राजनीतिक विवाद का कारण भी बन गई है। रेलवे पुलिस मामले की जांच कर रही है, और यात्रियों का कहना है कि ऐसी घटनाएं भविष्य में प्रीमियम ट्रेनों के प्रति विश्वास को कम कर सकती हैं। इस मामले में रेलवे और स्थानीय प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की जा रही है।