वाराणसी, 18 जून 2025, बुधवार: काशी की पावन धरती पर सावन मास की तैयारियां जोरों पर हैं। 11 जुलाई से 9 अगस्त तक चलने वाले श्रावण मास में बाबा विश्वनाथ धाम में भक्तों को चार सोमवारों पर बाबा के चार दिव्य स्वरूपों में दर्शन का सौभाग्य प्राप्त होगा। मंदिर प्रशासन ने दर्शन और सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं, ताकि श्रद्धालुओं को सुगम और सुरक्षित अनुभव मिले।
बाबा के चार अलौकिक स्वरूप
सावन के प्रत्येक सोमवार को बाबा विश्वनाथ का अनूठा श्रृंगार भक्तों को मंत्रमुग्ध करेगा:
- पहला सोमवार: गौरी शंकर स्वरूप में बाबा का भव्य दर्शन।
- दूसरा सोमवार: अर्धनारीश्वर रूप में अद्वितीय अलंकरण।
- तीसरा सोमवार: पार्वती, गणेश और कार्तिकेय के साथ परिवार रूप में दर्शन।
- चौथा सोमवार: रुद्राक्ष श्रृंगार में बाबा की मनोहारी छवि।
कड़े सुरक्षा इंतजाम, मोबाइल और धातु पर प्रतिबंध
मंदिर प्रशासन ने सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए धाम परिसर में मोबाइल, बैग, बेल्ट, चाबी, पेन या किसी भी धातु की वस्तु लाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। इस बार लॉकर सुविधा भी उपलब्ध नहीं होगी। श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि वे ऐसी वस्तुएं अपने होटल या लॉज में ही छोड़कर आएं।
नो व्हीकल जोन और विशेष सुविधाएं
सावन के प्रत्येक सोमवार को मैदागिन से गोदौलिया तक का क्षेत्र नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है। वृद्ध और दिव्यांग भक्तों की सुविधा के लिए ई-रिक्शा सेवा उपलब्ध रहेगी। मंदिर परिसर को सीसीटीवी निगरानी से लैस किया गया है, और भीड़ प्रबंधन के लिए जिग-जैग बैरिकेडिंग की व्यवस्था की गई है। बारिश और धूप से बचाव के लिए अतिरिक्त शेड लगाए जाएंगे, साथ ही गर्भगृह के दर्शन के लिए LED स्क्रीन की सुविधा भी होगी।
श्रद्धालुओं के लिए सुदृढ़ व्यवस्थाएं
- मेडिकल सुविधा: आपात स्थिति के लिए मेडिकल टीमें तैनात।
- खोया-पाया केंद्र: बहुभाषी स्टाफ के साथ सहायता।
- स्वच्छता और सुविधा: शीतल पेयजल और शौचालयों का उन्नत प्रबंध।
- लाइव दर्शन: LED स्क्रीन के माध्यम से गर्भगृह के दर्शन।