सौरभ की निर्मम हत्या की आरोपित पत्नी और उसका प्रेमी साहिल नशा न मिलने से जेल में कांपने लगे। उन्होंने जेल अधिकारियों से नशीले पदार्थों की मांग कर डाली। अधिकारियों ने दोनों को जेल के नशा मुक्ति केन्द्र में भर्ती कराया है। दोनों ने जेल अधीक्षक से मिलकर कानूनी सहायता के लिए वकील की मांग की है। उनका कहना है कि मां-बाप नाराज हैं और कोई उनकी मदद नहीं कर रहा है। मुस्कान ने बेटी से भी मिलने की गुहार लगाई है।
जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने उनका प्रार्थना पत्र जिला विधिक प्राधिकरण को भेज दिया है। जिस क्रूरता से दोनों ने सौरभ को मारा है, उससे अन्य बंदी भी गुस्से में है। जेल प्रशासन ने दोनों को आम बंदियों से दूर रखा है। सोमवार को पुलिस साहिल व मुस्कान को रिमांड पर लेने के लिए न्यायालय में प्रार्थना पत्र देगी।
18 मार्च को सौरभ की हत्या का राजफाश हुआ। मुस्कान की मां-पिता ने खुद थाने जाकर बेटी की करतूत के बारे में पुलिस को जानकारी दी थी। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर वह ड्रम बरामद किया, जिसमें तीन मार्च की रात सौरभ की हत्या के बाद उसका शव टुकड़ों में डालकर सीमेंट से जमा दिया गया था। हत्या के बाद चार मार्च को दोनों मौज मस्ती के लिए हिमाचल में शिमला, मनाली व कसोल में 13 दिन रहे।
जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने बताया कि साहिल सूखा नशा यानि चरस व अन्य नशा लेने का आदी है। मुस्कान इंजेक्शन से भी नशा लेती है। उन्हें शराब की भी लत है। जेल में नशा न मिलने पर दोनों की हालत बिगड़ी तो उन्हें नशा मुक्ति केन्द्र में भर्ती कराया गया है। दोनों को एक दूसरे से दूर रखा गया है। दोनों ने साथ रहने की मांग की थी।
आईपीएल में सट्टेबाजी करता था साहिल
साहिल आईपीएल में सट्टेबाजी भी करता था। वह जीती राशि ऑनलाइन मुस्कान को भेजता था। दोनों के शौक इतने थे कि जो रुपया सौरभ भेजता था वह चंद दिन में खर्च हो जाता था।