वाराणसी, 4 अप्रैल 2025, शुक्रवार: भक्ति, श्रद्धा और उत्साह का अनूठा संगम देखना हो, तो वाराणसी के संकट मोचन मंदिर की ओर नजर डालिए। श्री हनुमान ध्वजा प्रभात फेरी के रजत जयंती वर्ष के छठवें दिन, शुक्रवार को यह पवित्र नगरी हनुमत भक्ति में पूरी तरह डूब गई। सुबह की पहली किरण के साथ ही धर्म संघ से शुरू हुई यह यात्रा रवींद्रपुरी, दुर्गाकुंड और त्रिदेव मंदिर होते हुए संकट मोचन मंदिर तक पहुंची। हर कदम पर “जय हनुमान” के जयकारों से वातावरण गूंज उठा, और भक्तों का उत्साह देखते ही बनता था।

प्रभात फेरी का भव्य शुभारंभ
प्रभात फेरी का शुभारंभ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र कार्यवाह वीरेंद्र जायसवाल, प्रमुख समाजसेवी भूपेंद्र अग्रवाल और लघु उद्योग भारती काशी प्रांत के अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने संकट मोचन हनुमान जी की पवित्र ज्योति प्रज्वलन के साथ किया। जैसे ही ज्योति जली, भक्तों के बीच एक अलौकिक ऊर्जा का संचार हुआ। इसके बाद हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ और प्रभु की आरती ने माहौल को और भी भक्तिमय बना दिया। प्रभु को सवामनी का भोग लगाया गया, जिसे बाद में भक्तों में प्रसाद के रूप में वितरित किया गया।

‘छम छम नाचे वीर हनुमाना’ पर थिरके भक्त
यात्रा के दौरान भजन मंडली के पवन शर्मा, अमित शर्मा और दिनेश मिश्रा ने “छम छम नाचे वीर हनुमाना” गाकर सभी को भावविभोर कर दिया। भक्त इस भजन की मधुर धुन पर झूमते नजर आए, मानो हनुमान जी स्वयं उनके बीच नृत्य कर रहे हों। रास्ते भर लाल ध्वजाओं की छटा और महिला भक्तों के हाथों में आरती की थाल ने इस दृश्य को और भी मनोरम बना दिया। रजत जयंती के उपलक्ष्य में रजत ध्वजा ने इस आयोजन की गरिमा को चार चांद लगा दिए।

संकट मोचन दरबार में भोग और भक्ति
संकट मोचन मंदिर पहुंचकर भक्तों ने हनुमान जी के चरणों में ध्वजा अर्पित की। हनुमान भक्त मंडल ने संकट मोचन और त्रिदेव मंदिर में 501 किलो खरबूजे का भोग लगाया, जिसे बाद में भक्तों में बांटा गया। यह दृश्य भक्ति और दान की भावना का अनुपम उदाहरण था। भक्तों की भीड़ में उत्साह और श्रद्धा का ऐसा मेल देखने को मिला कि हर कोई हनुमान जी की कृपा का आभास कर रहा था।

आयोजन के सूत्रधार और गणमान्य उपस्थिति
इस भव्य आयोजन के पीछे संस्थापक अध्यक्ष कौशल शर्मा, संयोजक महेश चौधरी, मनीष गिनोडिया, कृष्ण गोपाल तुलस्यान और प्रचार मंत्री सुरेश तुलस्यान की अहम भूमिका रही। कार्यक्रम में समाज के कई गणमान्य लोग शामिल हुए, जिनमें सुनील नोमानी, विजय मोदी, संतोष अग्रवाल, गोकुल शर्मा, नीरज पारीख, संजीव अग्रवाल, रघु देव अग्रवाल, सिद्धार्थ कपूर, निधिदेव अग्रवाल, कृष्ण कुमार काबरा, शांति रुंगटा, तारा शर्मा, मधु तुलस्यान, संजू मोरोलिया, अनूप सराफ, बन्टू पोद्दार, राम मित्तल, ईशु भैया और प्रकाश ठाणेवाल जैसे नाम शामिल थे। इन सभी ने इस आयोजन को सफल बनाने में योगदान दिया।

हनुमत भक्ति का संदेश
यह प्रभात फेरी केवल एक धार्मिक यात्रा नहीं थी, बल्कि एकता, भक्ति और समर्पण का प्रतीक थी। संकट मोचन हनुमान जी के दरबार में हर भक्त का संकट दूर करने की प्रार्थना और सामूहिक भक्ति का यह दृश्य हर किसी के मन को छू गया। रजत जयंती वर्ष का यह छठवां दिन न सिर्फ वाराणसी के लिए, बल्कि हनुमान भक्तों के लिए एक अविस्मरणीय पल बन गया।