संभल, 9 अगस्त 2025: रक्षाबंधन का त्योहार संभल के मशहूर ‘पहलवान’ सर्किल ऑफिसर (CO) अनुज चौधरी के लिए दोहरी खुशी लेकर आया। शुक्रवार देर रात जारी हुए आदेश में उन्हें अपर पुलिस अधीक्षक (ASP) के पद पर प्रमोशन मिला है। खास बात यह है कि खेल कोटे से उत्तर प्रदेश पुलिस में शामिल होने वाले अनुज चौधरी पहले अधिकारी हैं, जिन्हें यह प्रतिष्ठित पद हासिल हुआ है।
DPC की मुहर, 19 अफसरों को प्रमोशन
2 अगस्त को हुई डिपार्टमेंटल प्रमोशन कमेटी (DPC) की बैठक में 2006 से 2012 बैच के 29 पुलिस उपाधीक्षकों (DySP) के नामों पर विचार हुआ, जिसमें से 19 को ASP के पद पर पदोन्नति के लिए चुना गया। इनमें 2012 बैच के PPS अधिकारी अनुज चौधरी का नाम भी शामिल है। 12 साल की शानदार सेवा के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाले वे इकलौते अधिकारी हैं।
खेल से खाकी तक: अनुज चौधरी का प्रेरक सफर
मुजफ्फरनगर के बहेड़ी गांव में 15 जुलाई 1978 को जन्मे अनुज चौधरी ने कुश्ती के दंगल से पुलिस की वर्दी तक का शानदार सफर तय किया है। 2000 में सब-इंस्पेक्टर के रूप में पुलिस सेवा में कदम रखने वाले चौधरी ने कुश्ती में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति अर्जित की। 1997 से 2014 तक नेशनल चैंपियन रहे अनुज ने नेशनल गेम्स में दो रजत पदक और एशियाई चैंपियनशिप में दो कांस्य पदक अपने नाम किए। 2001 में लक्ष्मण पुरस्कार और 2005 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित होने वाले इस ‘पहलवान’ को 2003 में खेल उपलब्धियों के लिए ‘आउट ऑफ टर्न प्रमोशन’ देकर इंस्पेक्टर बनाया गया। 2012 में वे डिप्टी एसपी बने और वर्तमान में चंदौसी सर्किल में CO के रूप में तैनात हैं।
संभल हिंसा में दिखाई थी बहादुरी
पिछले साल संभल में शाही जामा मस्जिद सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में अनुज चौधरी सुर्खियों में आए थे। ड्यूटी के दौरान गोली लगने से घायल होने के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। इस मामले में आरोपी सलीम को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था, जिसके पास से एक तमंचा, पांच कारतूस और खोखा बरामद हुआ था। उस समय SP केके विश्नोई भी घायल हुए थे।
‘पहलवान’ की पहचान, फिटनेस का जलवा
अनुज चौधरी की मज़बूत कद-काठी, फिटनेस और बेबाक अंदाज़ उन्हें पुलिस और खेल जगत में एक खास मुकाम दिलाता है। उनके प्रमोशन की खबर से संभल में खुशी की लहर है। रक्षाबंधन के मौके पर यह उपलब्धि उनके परिवार और प्रशंसकों के लिए किसी सौगात से कम नहीं।
अनुज चौधरी ने अपनी इस उपलब्धि को मेहनत और समर्पण का नतीजा बताया। उन्होंने कहा, “यह सम्मान मेरे लिए गर्व की बात है। मैं इसे और बेहतर सेवा के लिए प्रेरणा मानता हूँ।”