नई दिल्ली, 11 जून 2025, बुधवार: कारगिल विजय दिवस की 26वीं वर्षगांठ पर भारतीय सेना ने देश के उन वीर सपूतों को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने मां भारती की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। इस अवसर पर सेना के जवान शहीदों के घर-घर पहुंचे, उनके परिजनों से मिले और उन्हें स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। यह भावपूर्ण पहल न केवल शहीदों के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक है, बल्कि यह संदेश भी देती है कि देश अपने वीर बलिदानियों को कभी नहीं भूलता।
शहीदों के परिजनों के साथ सेना का भावनात्मक मिलन
कारगिल युद्ध में अपने अदम्य साहस और शौर्य से दुश्मन को परास्त करने वाले वीर सैनिकों की याद में भारतीय सेना ने उनके परिवारों के साथ समय बिताया। नोएडा में सेना के अधिकारियों ने वीर चक्र से सम्मानित शहीद कैप्टन विजयंत थापर के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस दौरान सेना ने स्पष्ट किया कि शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं गया। सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हमारे वीर सैनिकों का परिवार अकेला नहीं है। भारतीय सेना उनका परिवार है और हम हमेशा उनके साथ खड़े हैं।”
गर्व और भावनाओं का संगम
शहीदों के परिजनों ने सेना के इस कदम को गर्व और सम्मान की नजर से देखा। मुलाकात के दौरान कई परिवार भावुक हो उठे, लेकिन उनके चेहरों पर गर्व की चमक साफ दिखाई दी। “भारत माता की जय” और “वीर जवान अमर रहे” के नारों ने माहौल को और भी देशभक्ति से सराबोर कर दिया। शहीदों के परिजनों ने सेना के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि यह सम्मान उनके लिए गर्व का क्षण है।
देश का संदेश: शहीदों को कभी नहीं भूलेंगे
भारतीय सेना का यह कदम न केवल शहीदों के प्रति सम्मान का प्रतीक है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि देश अपने वीर सपूतों की कुर्बानी को हमेशा याद रखेगा। कारगिल विजय दिवस के इस अवसर पर सेना ने यह संदेश दिया कि हर सैनिक का बलिदान राष्ट्र के लिए अमूल्य है। यह पहल नई पीढ़ी को भी प्रेरित करती है कि वे देश सेवा के लिए हमेशा तैयार रहें।
न्यूज अड्डा इंडिया की ओर से कारगिल के उन वीर शहीदों को नमन, जिनके बलिदान ने देश को गौरवान्वित किया। उनकी शहादत हमेशा हमारी प्रेरणा बनी रहेगी।
भारत माता की जय!