पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद रविवार को काशी पहुंचे। इस दौरान पत्रकारों से हुई बातचीत में उन्होंने पंजाब के सीएम का इस्तीफा, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बयान और ललितेश त्रिपाठी के प्रकरण पर अपनी बात रखी।
सलमान खुर्शीद ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के दिए बयान पर कहा कि पहले शिकायत यह रहती थी कि सारा काम अमेठी में ही हो रहा है। अब यह कहा जाता है कि अमेठी में कोई काम ही नहीं हुआ। यह दोहरी राजनीति है। स्मृति ईरानी अमेठी की सांसद हैं, उन्हें अपने दायित्व का निर्वहन करना चाहिए। किसी को भी अपने बारे में धोखा नहीं होना चाहिए। देश की जनता जानती है कि राहुल गांधी क्या हैं। यदि किसी के पास सबूत है तो वह उसे उचित मंच पर प्रस्तुत करें।
उन्होंने पंजाब कांग्रेस में मचे घमासान पर कहा कि कैप्टन साहब को जो कहना था उन्होंने कह दिया है। इस बात का संज्ञान हमारा नेतृत्व लेगा। हमको गंभीरता के साथ राजनीति करनी है और आपस की बातों को लेकर कुछ नहीं कहना है।
हम लोग इसी प्रयास में हैं कि आपस में कहीं फूट नहीं पैदा होनी चाहिए। मनुष्य प्रयास कर सकता है लेकिन हर चीज हाथ में नहीं होती है। कहीं न कहीं मतभेद उभर कर सामने आ जाते हैं। प्रार्थना करते हैं कि आपस के जो मतभेद हैं उन्हें दूर कर सकें।
वहीं, अकाली दल की ओर से कांग्रेस को डूबता जहाज कहने के सवाल पर सलमान खुर्शीद ने कहा कि यह छोटा मुंह बड़ी बात है। सभी जानते हैं कि आज अकाली दल की स्थिति क्या है। कांग्रेस दो चुनाव हारने के बाद भी अपना जनाधार नहीं खोई है और हम जनता के बीच जनहित के मुद्दों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं।
राहुल गांधी की हाल की वैष्णो देवी यात्रा पर भाजपा के सवाल उठाने पर सलमान खुर्शीद ने कहा कि क्या इस देश में किसी पार्टी ने यह माना है कि धर्म सिर्फ उनका है। बाकी किसी और का धर्म नहीं है। उन्होंने कहा कि हम विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का घोषणा पत्र तैयार करने निकले हैं। इसीलिए हर जगह पहुंचकर लोगों से बात कर रहे हैं।
ललितेश के संपर्क में हैं पार्टी नेतृत्व
सलमान खुर्शीद ने बताया है कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री पंडित कमलापति त्रिपाठी के परपोते ललितेश पति त्रिपाठी ने पार्टी नहीं छोड़ी है। उन्होंने केवल अपने पद से इस्तीफा दिया है। पार्टी नेतृत्व उनसे बातचीत कर रही है और सभी उनके संपर्क में हैं।