अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से यूक्रेन में युद्ध को तुरंत रोकने की मांग को रूस ने गंभीरता से लिया है। क्रेमलिन ने कहा है कि रूस इस पर बातचीत के लिए तैयार है। रूस ने वैश्विक दक्षिण (ग्लोबल साउथ) और ब्रिक्स देशों की तरफ से शांति पहलों का भी स्वागत किया है।
गौरतलब है कि रूस को हाल ही में सीरिया में बड़ा झटका लगा है। यहां विद्रोही संगठनों ने रूस के समर्थन वाली बशर अल-असद सरकार को हटा दिया। खुद राष्ट्रपति असद को आनन-फानन में सीरिया छोड़कर भागना पड़ा। सीरिया में इन हालात के बाद माना जा रहा है कि यूक्रेन युद्ध में पूरी तरह केंद्रित होने की वजह से रूस अपनी ताकत सीरिया में नहीं दिखा पाया और उसे पश्चिम एशिया में कूटनीतिक तौर पर एक अहम देश गंवाना पड़ा।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सोमवार को एक पोस्ट में रूस के विदेश मंत्रालय ने क्रेमलिन (रूस का आधिकारिक कार्यालय) के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव के कथन का जिक्र किया। इसमें कहा गया, “हमने अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ मुलाकात के बाद दिया बयान ध्यान से पढ़ा है। रूस, यूक्रेन पर बातचीत के लिए खुला है और शांति पहलों का स्वागत करता है। यूक्रेन में हमलों को रोकने के लिए शर्तों को राष्ट्रपति पुतिन पहले ही बता चुके हैं।”
क्रेमलिन के बयान में कहा गया कि राष्ट्रपति पुतिन लगातार कहते रहे हैं कि वह यूक्रेन पर बातचीत के लिए तैयार हैं और वह इसके लिए शांति पहल का भी स्वागत करते हैं। खासकर वह पहल, जो कि वैश्विक दक्षिण और ब्रिक्स साझेदार देशों- चीन, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका की तरफ से लाई गई हैं। इसके अलावा संयुक्त अरब अमीरात, कतर और सऊदी अरब जो कि मानवतावादी कार्यों में जुड़े रहे हैं।