नई दिल्ली, 27 नवंबर 2024, बुधवार। भारत के तेल आयात में एक बड़ा बदलाव आया है। केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया है कि रूस अब भारत का सबसे बड़ा कच्चे तेल आपूर्तिकर्ता बन गया है। रूस भारत के कुल तेल आयात का 35 प्रतिशत से अधिक हिस्सा आपूर्ति करता है। यह बदलाव पिछले दो वर्षों में आया है। फरवरी 2022 में रूस से तेल आयात मात्र 0.2 प्रतिशत था, जो अब शीर्ष स्थान पर पहुंच गया है। यह बदलाव भारत की ऊर्जा सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
ऊर्जा की नई दिशा
केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि रूस भारत का सबसे बड़ा कच्चे तेल आपूर्तिकर्ता बन गया है। यह प्रतिशत महीने दर महीने बदलता रहता है, लेकिन यह 35 प्रतिशत से अधिक है। पुरी ने आगे बताया कि यह वैश्विक कीमतों और तेल की उपलब्धता पर निर्भर करता है। तेल मार्केटिंग कंपनियां लंबी अवधि के कॉन्ट्रैक्ट और स्पॉट मार्केट खरीद दोनों का संतुलन बनाए रखती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत के अन्य प्रमुख तेल आपूर्तिकर्ताओं में सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, इराक, कुवैत और अमेरिका भी शामिल हैं।
भारत की ऊर्जा क्रांति: एलपीजी सिलेंडर की कीमतें दुनिया में सबसे कम!
केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने ऊर्जा क्षेत्र में भारत की प्रगति के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि भारत ने ईंधन की कीमतों में कमी के मामले में वैश्विक स्तर पर एक मिसाल कायम की है। भारत में एलपीजी सिलेंडर की कीमतें दुनिया में सबसे कम हैं। उन्होंने बताया कि भारत में पेट्रोल में एथेनॉल मिश्रण को 2014 में 1.53 प्रतिशत से बढ़ाकर 2024 में 16 प्रतिशत तक ले जाया गया है। सिटी गैस वितरण (CGD) कवरेज में भी तेजी से विस्तार हुआ है। 2014 में सिर्फ 5.5 प्रतिशत कवरेज के मुकाबले, 2024 तक 100 प्रतिशत कवरेज का लक्ष्य रखा गया है।