वाराणसी, 3 अगस्त 2025: सावन के पावन महीने में काशी पुराधिपति बाबा विश्वनाथ के दर्शन का उत्साह चरम पर है। इस बार श्रावण मास के चौथे और अंतिम सोमवार, 4 अगस्त को श्री काशी विश्वनाथ धाम में बाबा का भव्य रुद्राक्ष श्रृंगार होगा। भक्तों को सायंकालीन आरती के दौरान महादेव के इस अलौकिक स्वरूप के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त होगा। इसके साथ ही, 9 अगस्त को सावन पूर्णिमा के अवसर पर बाबा का वार्षिक झूला श्रृंगार भक्तों को मंत्रमुग्ध करेगा।
श्रावण मास में हर सोमवार को काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा के अलग-अलग स्वरूपों का विशेष श्रृंगार किया जाता है, जो भक्तों के लिए आध्यात्मिक और पुण्यदायी अवसर होता है। इस बार पहले सोमवार को चल प्रतिमा, दूसरे को गौरी-शंकर, और तीसरे को अर्धनारीश्वर स्वरूप में बाबा ने भक्तों को दर्शन दिए। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि अंतिम सोमवार को रुद्राक्ष श्रृंगार के साथ भक्तों को बाबा का दिव्य स्वरूप देखने को मिलेगा।
योगी सरकार की कांवड़ियों के लिए विशेष व्यवस्था
योगी सरकार ने श्रावण मास में भक्तों और कांवड़ियों की सुविधा के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए घाटों पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। मंदिर तक पहुंचने वाले मार्गों पर चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था है। कांवड़ मार्ग पर पेट्रोलिंग, अस्थाई पुलिस चौकियां, और ड्रोन से निगरानी की जा रही है। महिला कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए महिला पुलिस बल तैनात है।
मैदागिन और गोदौलिया से मंदिर तक नो व्हीकल जोन लागू है, जहां वृद्धों और दिव्यांगों के लिए निःशुल्क गोल्फ कार्ट की सुविधा उपलब्ध है। भक्तों के लिए चिकित्सा शिविर, खोया-पाया केंद्र, गुड़, पानी, और ओआरएस की व्यवस्था भी की गई है। कांवड़ मार्ग पर शिविरों का संचालन सुचारू रूप से जारी है।
भक्ति में डूबी काशी
सावन में बाबा विश्वनाथ के दर्शन का विशेष महत्व है। रविवार की रात से ही मंदिर मार्ग पर भक्तों की कतारें लगने लगीं। सावन का प्रत्येक सोमवार भक्तों के लिए आध्यात्मिक उल्लास का अवसर लेकर आता है। काशी विश्वनाथ धाम में रुद्राक्ष श्रृंगार और पूर्णिमा के झूला दर्शन के साथ यह सावन भक्तों के लिए अविस्मरणीय बनने जा रहा है।