वाराणसी, 27 मई 2025, मंगलवार: काशी की पवित्र धरती पर स्वच्छता और सुव्यवस्था की नई इबारत लिखने की तैयारी हो चुकी है। नगर निगम ने वर्षा ऋतु से पहले शहर को जलभराव की समस्या से निजात दिलाने के लिए कमर कस ली है। 30 मई, 2025 से शुरू होने वाला नालों पर अवैध अतिक्रमण हटाने का महाअभियान न केवल स्वच्छता की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि शहरवासियों के लिए एक सुरक्षित और सुगम मानसून का वादा भी है।
नगर निगम की हुंकार: अब नहीं चलेगा कब्जा!
नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि नालों पर अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ अब सख्ती बरती जाएगी। माइक से घोषणाएं, नोटिस और बार-बार की अपील के बावजूद कई लोग नालों पर किए गए अतिक्रमण को हटाने को तैयार नहीं हैं। अब नगर निगम ने बुलडोज़र के साथ उतरने का फैसला किया है। इस अभियान में न सिर्फ कब्जे हटाए जाएंगे, बल्कि दोषियों पर भारी जुर्माना और वैधानिक कार्रवाई भी की जाएगी।
जोनवार चिन्हित हैं अतिक्रमण के गढ़
नगर निगम ने शहर को छह जोन में बांटकर अतिक्रमण के खिलाफ रणनीति तैयार की है। दशाश्वमेध, वरुणापार, ऋषि मांडवी, सारनाथ, रामनगर और आदमपुर जोन में अवैध कब्जों की सूची तैयार हो चुकी है। सिगरा, चेतगंज, नदेसर, पाण्डेयपुर, पीलीकोठी जैसे व्यस्त इलाकों में दुकानदारों और व्यक्तियों द्वारा नालों पर किए गए कब्जे चिन्हित किए गए हैं। ये अतिक्रमण न केवल जल निकासी को बाधित करते हैं, बल्कि शहर की स्वच्छता और सौंदर्य को भी प्रभावित करते हैं।
प्रमुख अतिक्रमण स्थल जो हैं निशाने पर:
दशाश्वमेध जोन: सिगरा, शिवपुरवा, चेतगंज, रामकटोरा
वरुणापार जोन: गणेशपुर, लोढ़ान, नदेसर, राजाबाजार
ऋषि मांडवी जोन: नेवादा, तुलसीपुर, करौंदी, सुसुवाही
सारनाथ जोन: रमरेपुर, अकथा, पाण्डेयपुर, दीनापुर
रामनगर जोन: गोलाघाट, रामपुर, पुराना रामनगर
आदमपुर जोन: पीलीकोठी, जैतपुरा
नगर आयुक्त की जनता से अपील
नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने शहरवासियों से अपील की है कि वे जनहित को प्राथमिकता दें और स्वेच्छा से अपने कब्जे हटा लें। उन्होंने कहा, “स्वच्छ वाराणसी और जलजमाव मुक्त मानसून हमारी प्राथमिकता है। अगर लोग खुद अतिक्रमण नहीं हटाते, तो नगर निगम को मजबूरी में सख्त कार्रवाई करनी पड़ेगी।”