वाराणसी, 05 अगस्त 2025: वाराणसी के भोजूबीर-सिंधोरा रोड पर मीरापुर बसही इलाके में सड़क किनारे बनी एक मजार को प्रशासन ने महज 26 सेकेंड में ढहा दिया। इस कार्रवाई ने वर्षों पुराने अतिक्रमण और सड़क हादसों से जुड़े विवाद को निर्णायक मोड़ पर पहुंचा दिया। स्थानीय लोगों की शिकायत थी कि मजार के कारण सड़क संकरी हो रही थी, जिससे हादसे बढ़ रहे थे।
तनावपूर्ण माहौल, सुरक्षा बल तैनात
मजार हटाने की कार्रवाई से पहले इलाके में तनाव का माहौल बन गया था। वकील विनीत सिंह, जिन्होंने मजार हटाने के लिए प्रशासन को कई पत्र लिखे थे, उनके घर के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। प्रशासन ने लालपुर, कैंट और इंटेलिजेंस विंग की टीमें लगाकर स्थिति को नियंत्रण में रखा।
विवाद की जड़
विनीत सिंह का आरोप है कि सड़क चौड़ीकरण के नाम पर कई मंदिरों को हटाया गया, लेकिन “दबाव” के चलते इस मजार को छोड़ दिया गया था। उनका दावा है कि मजार की वजह से सड़क हादसे बढ़ रहे थे। इस मुद्दे ने स्थानीय लोगों के बीच लंबे समय से असंतोष को जन्म दिया था।
राजनीतिक गर्माहट
विनीत सिंह को गाजीपुर के एमएलसी विशाल सिंह चंचल का करीबी माना जाता है। मजार हटाने की कार्रवाई के बाद इस मुद्दे के राजनीतिक और धार्मिक रूप लेने की आशंका जताई जा रही है। आने वाले दिनों में इस पर बयानबाजी तेज हो सकती है।
प्रशासन की सतर्कता
जिलाधिकारी ने शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की है। प्रशासन ने लोगों से अफवाहों और भड़काऊ संदेशों से बचने की सलाह दी है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए गए हैं।
आगे क्या?
इस कार्रवाई ने जहां एक पुराने विवाद को समाप्त किया है, वहीं इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है। प्रशासन की सतर्कता और स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया पर सभी की नजरें टिकी हैं।