नई दिल्ली, 12 नवंबर 2024, मंगलवार। पिछले दशक में लगभग 15.3 लाख लोग सड़क हादसों में मारे गए हैं। यह आंकड़ा चंडीगढ़ की आबादी से भी अधिक है। केंद्र सरकार ने सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए प्रतिबद्धता दोहराई है, लेकिन आंकड़े अभी भी चिंताजनक हैं।
देश में हर 10,000 किलोमीटर पर 250 लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं, जो अमेरिका, चीन और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों की तुलना में बहुत अधिक है। विशेषज्ञों का मानना है कि सड़कों की लंबाई और गाड़ियों की संख्या में बढ़ोतरी से हादसों की संख्या नहीं बढ़ती।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सड़क दुर्घटनाएं सभी एजेंसियों की प्राथमिकता नहीं हैं। तेलंगाना में सड़क सुरक्षा प्राधिकरण के अध्यक्ष और मौजूदा सांसद टी कृष्ण प्रसाद ने कहा कि हत्याओं को महत्व दिया जाता है, लेकिन सड़क दुर्घटनाओं पर ध्यान नहीं दिया जाता है। सड़क सुरक्षा पर एक निजी सदस्य विधेयक लाने की योजना बना रहे सांसद ने कहा कि एक साल में सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या भारत में किसी भी प्राकृतिक आपदा से भी कहीं ज्यादा है।