वाराणसी में दरोगा अजय यादव को गोली मारने की घटना का बदला लेने की चुनौती
वाराणसी, 21 नवंबर 2024, गुरुवार। बनारस में दरोगा को गोली मारने वाला 1 लाख का इनामी लल्लन सिंह अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर है! यह कहानी शुरू होती है 8 नवंबर 2022 को, जब वाराणसी के रोहनियां थाना क्षेत्र में लक्सा थाने पर तैनात सब इंस्पेक्टर अजय यादव को गोली मारकर उनकी सरकारी पिस्टल लूट ली गई थी। इसके बाद वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने पलटवार करते हुए बड़ागांव थाना क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में बिहार के शातिर बदमाशों रजनीश उर्फ बउआ और उसके सगे भाई मनीष सिंह को मार गिराया था और दरोगा अजय यादव की सरकारी पिस्टल बदमाशों के पास से बरामद कर ली थी।
लल्लन सिंह, रजनीश और मनीष तीनों सगे भाई शातिर हत्यारे और लुटेरे थे। उन्होंने पुलिस हिरासत से पटना की जिला अदालत के शौचालय की दीवार तोड़कर फरार हो गए थे। बिहार में उन्होंने पुलिस की तीन पिस्तौल और एक रिवॉल्वर लूटी थीं और कई लूट की घटनाओं को अंजाम दिया था।
तत्कालीन पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने दरोगा को गोली मारे जाने की घटना को चुनौती के रूप में लिया था और आखिरकार 2 भाइयों को यमराज के पास भेजकर वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने अपने दरोगा को गोली मारे जाने की घटना का बदला ले लिया था। लेकिन लल्लन सिंह अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर है।
लल्लन सिंह की तलाश
वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने लल्लन सिंह की तलाश के लिए कई राज्यों में दबिश दी है, लेकिन अभी तक वह पुलिस की पकड़ से बाहर है। पुलिस ने लल्लन सिंह पर 1 लाख का इनाम रखा है। लल्लन सिंह की कहानी एक खतरनाक अपराधी की कहानी है, जिसने पुलिस को भी चुनौती दी है। वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने अपने दरोगा को गोली मारे जाने की घटना का बदला ले लिया है, लेकिन लल्लन सिंह अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर है।