प्रयागराज, 30 दिसंबर 2024, सोमवार। महाकुंभ में पहले भाईजान की एंट्री पर बैन लगाया गया था, अब मुस्लिम दुकानदारों का शटर डाउन कर दिया गया है। संत समाज ने दो टूक संदेश दे दिया है कि सनातन के महाकुंभ में गैरमजहबी दुकान बर्दाश्त नहीं की जाएगी। संत समाज को इस बात का डर है कि जिस तरह थूक जिहाद, पेशाब जिहाद जैसे कांड सामने आए हैं, अगर मुस्लिम दुकानदारों को एंट्री दी गई तो पवित्र महाकुंभ में भी वही दोहराया जा सकता है।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा कि लाखों की संख्या में हमारे संत महात्मा यहां आएंगे, जब ऐसे व्यक्ति यहां चाय की दुकान खोलेंगे, जूस की दुकान खोलेंगे, परचून की दुकान खोलेंगे, फूलों की दुकान खोलेंगे, क्योंकि इनके मदरसों में तालीम दी जाती है, ऐसे लोग हमारा धर्म भ्रष्ट करने आएंगे।यानी अखाड़ा परिषद और संत समाज ने थूक जिहादी भाईजान के मंसूबों पर पानी फेर दिया है। हालांकि इससे उन मुस्लिम दुकानदारों का भी नुकसान होगा, जो ईमानदारी से अपनी दुकान चलाते हैं।
हिंदुओं के खिलाफ एजेंडा चलाने वाले किसी भी गैरमजहबी को एंट्री महाकुंभ में नहीं मिलेगी। वहीं दूसरी तरफ संत समाज ने महाकुंभ से ही वक्फ बोर्ड के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसके लिए 27 जनवरी को महाकुंभ में धर्म संसद का आयोजन किया जाएगा, जिसमें 4 शंकराचार्य और 13 अखाड़ों के प्रमुख शामिल होंगे। धर्म संसद में सनातन बोर्ड का प्रस्ताव भी पारित होगा।
संत समाज ने महाकुंभ में वक्फ के खिलाफ होर्डिंग्स लगाकर इसका ऐलान भी कर दिया है। यानी योगी के “बंटोगे तो कटोगे” वाली मुहिम को अब संत समाज अंजाम तक पहुंचाने की तैयारी कर चुका है।