हापुड़, 11 जून 2025, बुधवार: सोशल मीडिया की चमक-दमक आज लोगों की जिंदगी का हिस्सा बन चुकी है, लेकिन उत्तर प्रदेश के हापुड़ में यह चमक रिश्तों पर भारी पड़ रही है। एक अजीबोगरीब मामले ने सभी को हैरान कर दिया, जहां इंस्टाग्राम रील्स और फॉलोअर्स की संख्या ने पति-पत्नी के रिश्ते को थाने की चौखट तक पहुंचा दिया। बर्तन धोते समय दो फॉलोअर्स कम होने पर पत्नी का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया, और मामला महिला थाने में जा पहुंचा।
दो फॉलोअर्स ने मचाया बवाल
हापुड़ के महिला थाने में सोमवार को उस समय हैरानी का माहौल बन गया, जब पिलखुवा की रहने वाली एक महिला ने अपने पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। महिला का आरोप था कि पति के कहने पर उसे रसोई में बर्तन धोने पड़े, जिसके चलते वह अपनी इंस्टाग्राम रील्स नहीं बना पाई और उसके दो फॉलोअर्स कम हो गए। महिला ने दावा किया कि यह उसकी मेहनत और सोशल मीडिया करियर पर हमला है, और इसके लिए पति जिम्मेदार है।
दूसरी ओर, ग्रेटर नोएडा में नौकरी करने वाले पति ने भी अपने दुखड़े सुनाए। उसका कहना था, “जब भी फॉलोअर्स कम होते हैं, वह खाना तक नहीं देती। नीले ड्रम में भूत जैसी वीडियो भेजकर मुझे डराती है।” पति ने यह भी खुलासा किया कि पत्नी पहले दो बार दहेज उत्पीड़न की झूठी शिकायत दर्ज करा चुकी है, जिसके बाद पुलिस ने समझौता कराया था।
महिला थाने में चार घंटे की पंचायत
मामला बढ़ता देख दोनों पक्षों को हापुड़ के महिला थाने में बुलाया गया। महिला थाना प्रभारी अरुणा राय ने करीब चार घंटे तक दोनों की बात सुनी और काउंसलिंग की। प्रभारी ने पत्नी को समझाया कि सोशल मीडिया जिंदगी का हिस्सा हो सकता है, लेकिन रिश्ते और पारिवारिक जिम्मेदारियां उससे कहीं ऊपर हैं। पति को भी अपनी गलतियां माननी पड़ीं। आखिरकार, लंबी समझाइश के बाद दोनों के बीच समझौता हुआ।
पत्नी ने जाते-जाते यह साफ कर दिया कि वह रोजाना कम से कम दो रील्स सोशल मीडिया पर डालेगी, जिस पर पति ने सहमति जताई। दोनों पक्ष घर लौट गए, लेकिन यह मामला सोशल मीडिया और रिश्तों के बीच बढ़ते तनाव की एक झलक पेश करता है।
सोशल मीडिया: वरदान या अभिशाप?
हापुड़ का यह मामला पहला नहीं है। नोएडा और आसपास के इलाकों में भी सोशल मीडिया को लेकर पति-पत्नी के बीच विवाद के कई मामले सामने आ चुके हैं। हापुड़ जिले के 11 थानों में सबसे ज्यादा शिकायतें महिला थाने में दर्ज हो रही हैं, जिनमें 80 प्रतिशत से अधिक मामले मोबाइल और सोशल मीडिया से जुड़े हैं।
सीओ सिटी जितेंद्र शर्मा ने बताया, “सोशल मीडिया आज रिश्तों में दरार का बड़ा कारण बन रहा है। लोग अपनी जिम्मेदारियों को भूलकर फॉलोअर्स और लाइक्स के पीछे भाग रहे हैं।”
सुलझा विवाद, बाकी है सवाल
पुलिस की मेहनत से इस मामले में समझौता तो हो गया, लेकिन यह घटना एक गंभीर सवाल छोड़ गई है। क्या सोशल मीडिया की चकाचौंध रिश्तों को इस कदर प्रभावित कर रही है कि छोटी-छोटी बातें भी परिवार तोड़ने की कगार पर पहुंच रही हैं? हापुड़ का यह मामला न सिर्फ हास्यास्पद है, बल्कि समाज को सोचने पर मजबूर करता है कि रील लाइफ और रियल लाइफ में संतुलन कितना जरूरी है।