वाराणसी, 5 अप्रैल 2025, शनिवार। काशी, जहां गंगा की लहरें और भक्ति की धुन एक साथ गूंजती हैं, वहां रामनवमी के पावन अवसर पर जुलूस की तैयारियां जोरों पर हैं। इस बार जुलूस के दौरान शांति और सौहार्द का माहौल बना रहे, इसके लिए वाराणसी पुलिस प्रशासन ने कमर कस ली है। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए फुलप्रूफ इंतजाम किए गए हैं, ताकि भक्तगण निर्भीक होकर भगवान राम के प्रति अपनी आस्था व्यक्त कर सकें।

शनिवार से ही वाराणसी शहर में सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद कर दिया गया है। जिले भर में 100 से अधिक संवेदनशील स्थानों को चिन्हित किया गया है, जहां पुलिस की पैनी नजर रहेगी। इन इलाकों में न सिर्फ वर्दीधारी पुलिसकर्मी, बल्कि सादे लिबास में भी अधिकारी तैनात रहेंगे, ताकि हर गतिविधि पर सूक्ष्मता से निगरानी रखी जा सके। यह कदम सुनिश्चित करता है कि कोई भी शरारती तत्व माहौल को खराब करने की हिम्मत न कर सके।

पुलिस कमिश्नर का सड़कों पर उतरना
सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने खुद कमान संभाली। शनिवार को वे सड़कों पर उतरे और फुट पेट्रोलिंग कर हालात का जायजा लिया। उनका यह दौरा रामापुरा से शुरू होकर गिरजाघर, गोदौलिया, बांसफाटक, चौक और मुस्लिम बहुल क्षेत्र दालमंडी तक चला। इस दौरान उन्होंने न सिर्फ सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा की, बल्कि स्थानीय लोगों से भी संवाद किया। उनका यह कदम पुलिस के हौसले को बुलंद करने के साथ-साथ नागरिकों में विश्वास जगाने वाला रहा।
शांति की अपील, सख्ती का संदेश
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने नागरिकों से अपील की कि वे शांति और सौहार्द बनाए रखें, ताकि रामनवमी का यह पर्व सभी के लिए सुखद और यादगार बन सके। साथ ही, उन्होंने साफ संदेश दिया कि अगर कोई उपद्रवी तत्व त्योहार के दौरान शांति में खलल डालने की कोशिश करता है, तो पुलिस उससे कड़ाई से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह दोहरा रुख—शांति की अपील और सख्ती का आश्वासन—प्रशासन की गंभीरता को दर्शाता है।
एकजुटता का संदेश
रामनवमी का जुलूस वाराणसी की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान का अभिन्न हिस्सा है। यह अवसर न केवल भक्ति का, बल्कि सामाजिक एकता का भी प्रतीक है। पुलिस प्रशासन के इन प्रयासों से यह सुनिश्चित हो रहा है कि यह पर्व अपनी गरिमा और उत्साह के साथ संपन्न हो। नागरिकों और प्रशासन के बीच तालमेल ही इस त्योहार को सफल बनाएगा।
तो आइए, इस रामनवमी पर वाराणसीवासी एक बार फिर शांति और भाईचारे की मिसाल कायम करें, ताकि भगवान राम का आशीर्वाद हर घर तक पहुंचे।