नई दिल्ली, 18 मार्च 2025, मंगलवार। होली के बाद अब पुलिस प्रशासन चैत्र नवरात्रि और राम नवमी की तैयारियों में जुट गया है। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने अयोध्या के राम मंदिर का दौरा किया और आगामी त्यौहारों के मद्देनजर सुरक्षा की तैयारियों का जायजा लिया। अयोध्या, जिसे रामनगरी के नाम से जाना जाता है, भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव की तैयारियों में पूरी तरह से जुट गई है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने संवत 2082 की राम नवमी, जो 6 अप्रैल को मनाई जाएगी, के लिए एक भव्य समारोह की घोषणा की है। इस खास मौके पर भक्तों को पवित्र अनुष्ठानों को देखने का सौभाग्य प्राप्त होगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव/महामंत्री चंपत राय ने कहा कि राम नवमी केवल एक उत्सव नहीं है, बल्कि यह भक्ति और श्रीराम के आदर्शों को जीवन में अपनाने का एक पवित्र अवसर भी है। अयोध्या में ‘जय श्रीराम’ के नाद के साथ यह पर्व श्रद्धा, खुशी और आध्यात्मिक शक्ति का संचार करेगा।
चंपत राय ने बताया कि राम नवमी को विशेष अनुष्ठान होंगे। सुबह 9:30 से 10:30 बजे तक श्रीरामलला का अभिषेक होगा, जबकि 10:30 से 11:40 बजे तक पट बंद रहेगा। इसके आलावा 11:45 बजे तक श्रीरामलला का श्रृंगार होगा। इस दौरान मंदिर का पट खुला रहेगा। इसके बाद श्रीरामलला को भोग अर्पित किया जाएगा, जिसके दौरान पट पुनः बंद रहेंगे। दोपहर 12:00 बजे श्रीराम जन्म के साथ भव्य आरती और सूर्य तिलक होगा, जब सूर्य की किरणें श्रीरामलला के ललाट को प्रकाशित करेंगी। जो श्रद्धालु अयोध्या नहीं पहुंच सकते, वे टेलीविजन और ऑनलाइन माध्यमों से इस दिव्य क्षण का आनंद ले सकते हैं।
इसके पहले 29 मार्च से वृंदावन के प्रसिद्ध कथावाचक आचार्य अतुल कृष्ण भारद्वाज की रामकथा शुरू होगी। चैत्र नवरात्र का अनुष्ठान 30 मार्च से कलश स्थापना के साथ आरंभ होगा। इसके अन्तर्गत वाल्मीकि रामायण और रामचरितमानस के पाठ, दुर्गा सप्तशती के एक लाख मत्रों की आहुति दी जाएगी। यह आयोजन राम जन्मभूमि की यज्ञशाला में चलता रहेगा। बता दें, राम नवमी के दिन इस बार अयोध्या में श्रीराम मंदिर में 50 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है और व्यापक तैयारियां की जा रही हैं ताकि भक्तों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।