नई दिल्ली, 28 फरवरी 2025, शुक्रवार। राजस्थान के बिजयनगर रेप कांड मामले में नए खुलासे हुए हैं। पुलिस को पता चला है कि इस पूरे नेटवर्क के तार इलाके के पूर्व पार्षद हकीम कुरैशी से जुड़े थे। हकीम कुरैशी ने ही अपने साथ अलग-अलग मुस्लिम लड़कों को जोड़ा था, जिनमें से कुछ वेल्डिंग का काम कर रहे थे, जबकि अन्य पेंटिंग, टेंपो चलाने और गैराज में गाड़ी बनाने का काम करते थे।
पुलिस ने हकीम कुरैशी को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ में उन्हें पता चला है कि पहले भी एक पीड़िता अपनी शिकायत में इसका नाम ले चुकी थी। पीड़िता ने बताया था कि हकीम ने उसे कहा था कि ये सब करना गलत नहीं है और इससे कुछ नहीं होगा, किसी को कुछ नहीं पता चलेगा।
पुलिस अब इस पड़ताल में जुटी है कि कहीं हकीम इन सबके जरिए कोई अन्य प्लानिंग तो नहीं कर रहा था। पुलिस को यह भी पता चला है कि हकीम कुरैशी के अलावा कई अन्य आरोपी भी इस मामले में शामिल थे, जिनमें सोहेल, रेहान, करीम, आशिक, लुकमान, अफराज और श्रवण जाट शामिल हैं।
इन आरोपियों में से आशिक बिजयनगर का ही रहने वाला है, जो इलाके में रहकर टेंपो चलाता है। इसने अपने टेंपो में बिठाकर छात्रा से दोस्ती की थी और बाद में उसे फोन दिलाकर उससे बातें करने लगा। जब लड़की पूरी तरह जाल में फँस गई तो उसने लड़कियों से फोटो-वीडियो मँगा ली और बाद में उसे दोस्तों में साझा कर दिया।
सोहेल मंसूरी भी इस मामले में शामिल था, जो पीड़िताओं को सबसे ज्यादा धमकाने का काम करता था। वह एक के बाद दूसरी और दूसरी के बाद तीसरी लड़की फँसा रहा था और उन्हें सबसे ज्यादा धमकाता भी यही था।
करीम खां भी टेंपो चलाता था, साथ ही लड़कियों को फँसाकर उनके साथ अश्लील चैटिंग करता था। लुकमान वेल्डिंग का काम करता था, वहीं रेहान हमाली का काम करता था। अफराज भी इस मामले में शामिल था, जिसने प्राथमिक शिक्षा भी नहीं ली थी और गैराज में काम करके गुजर-बसर करता था, मगर बात जब लड़कियों को धमकाने की आती थी तो ये लड़कियों को धर्मांतरण के लिए मजबूर करता था।
इन सारे आरोपियों के अलावा तीन अन्य नाबालिग और भी हैं, जिन्हें पुलिस ने हिरासत में लिया है। पुलिस अब इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है और आरोपियों को जल्द ही अदालत में पेश किया जाएगा।