समस्तीपुर, 07 जुलाई 2025: केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव सोमवार को अपने एक दिवसीय बिहार दौरे के दौरान समस्तीपुर जिले के कर्पूरीग्राम रेलवे स्टेशन पहुंचे। इस दौरे के दौरान उन्होंने स्टेशन के उन्नयन कार्यों, यात्री सुविधाओं और रेलवे के बुनियादी ढांचे की प्रगति का निरीक्षण किया। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय जननायक कर्पूरी ठाकुर के सम्मान में इस स्टेशन का नाम कर्पूरीग्राम रखा गया है, जो सामाजिक समानता और विकास के प्रति उनकी विरासत को दर्शाता है।
दौरे की शुरुआत: दीघा घाट स्टेशन का निरीक्षण
सोमवार की सुबह रेल मंत्री ने कर्पूरीग्राम स्टेशन की ओर जाते समय दीघा घाट रेलवे स्टेशन का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने रेलवे अधिकारियों द्वारा विशेष सुविधा के तौर पर लगाई गई लकड़ी की रेड कार्पेट सीढ़ी को हटाने का निर्देश दिया। वैष्णव ने वीआईपी प्रोटोकॉल को अस्वीकार करते हुए आम यात्रियों की तरह ट्रेन कोच में चढ़कर निरीक्षण शुरू किया। इस कदम को उन्होंने सादगी और जनता से जुड़ाव के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया, जिससे यह संदेश गया कि विकास कार्यों को जमीन से जुड़े रहकर भी प्रभावी ढंग से किया जा सकता है।
कर्पूरीग्राम स्टेशन पर कार्यक्रम
रेल मंत्री का आज का कार्यक्रम कई महत्वपूर्ण गतिविधियों से भरा रहा:
- जननायक कर्पूरी ठाकुर को श्रद्धांजलि: वैष्णव ने कर्पूरीग्राम स्टेशन पर स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। यह स्टेशन सामाजिक न्याय के प्रणेता ठाकुर के योगदान को समर्पित है।
- RUB निर्माण का शिलान्यास: उन्होंने समपार 59C पर ₹15.08 करोड़ की लागत से बनने वाले रोड अंडर ब्रिज (RUB) के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। इस Twin Box Type LHS की चौड़ाई 12.35 मीटर होगी, जो क्षेत्र में यातायात को सुगम बनाएगा और रेलवे क्रॉसिंग पर सुरक्षा बढ़ाएगा।
- यात्री सुविधाओं की समीक्षा: वैष्णव ने स्टेशन पर उपलब्ध यात्री सुविधाओं का निरीक्षण किया और अधिकारियों को इनके उन्नयन के लिए आवश्यक निर्देश दिए। कर्पूरीग्राम स्टेशन को स्मार्ट और हरित स्टेशन के रूप में विकसित करने की योजना है, जिसके लिए ₹18.33 करोड़ की लागत से कार्य चल रहा है।
- फील्ड निरीक्षण: स्टेशन के आसपास के क्षेत्रों में रेलवे के बुनियादी ढांचे और विकास कार्यों का जायजा लिया गया।
रेलवे के विकास पर जोर
इस अवसर पर रेल मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय रेलवे राष्ट्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में बिहार में 1832 किलोमीटर नए रेलवे ट्रैक बिछाए गए हैं और 98 स्टेशनों का ‘अमृत स्टेशन’ योजना के तहत पुनर्विकास किया जा रहा है। कर्पूरीग्राम स्टेशन भी इस योजना का हिस्सा है, जहां आधुनिक सुविधाओं के साथ यात्रियों को बेहतर अनुभव प्रदान किया जाएगा।
बिहार में रेलवे की प्रगति
वैष्णव ने अपने संबोधन में बिहार में रेलवे के 100% विद्युतीकरण और वंदे भारत एक्सप्रेस जैसी आधुनिक ट्रेनों की शुरुआत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि गोरखपुर से पटना के बीच जल्द ही एक नई वंदे भारत ट्रेन शुरू करने पर विचार किया जा रहा है, जिससे बिहार के यात्रियों को तेज और आरामदायक यात्रा का लाभ मिलेगा।
स्वागत और प्रभाव
पटना पहुंचने पर रेल मंत्री का स्वागत बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल सहित अन्य नेताओं ने किया। उनके इस दौरे को बिहार में रेलवे के विकास और यात्री सुविधाओं को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
रेल मंत्री का यह दौरा न केवल रेलवे के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण है, बल्कि उनकी सादगी और जनता से जुड़ाव ने भी लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। बिहार में रेलवे के विकास कार्यों को गति देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा ₹10,000 करोड़ की राशि प्रदान की जा रही है, जो राज्य के लिए एक सकारात्मक संकेत है।