नई दिल्ली, 3 अप्रैल 2025, गुरुवार। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने हाल ही में केंद्र सरकार को कई मोर्चों पर घेरा। चीन के साथ सीमा विवाद से लेकर अमेरिका के नए टैरिफ तक, और वक्फ संशोधन बिल तक, राहुल ने तीखे सवालों के साथ सरकार की नीतियों पर निशाना साधा। उनकी बातों में गुस्सा, चिंता और देश के हितों की पैरवी साफ झलक रही थी। आइए, उनके इन बयानों को करीब से देखें।
चीन पर सवाल: “4 हजार वर्ग किलोमीटर पर कब्जा, और हम केक काट रहे हैं?”
राहुल गांधी ने चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चल रहे तनाव को लेकर सरकार से दो टूक सवाल पूछा। उन्होंने कहा, “यह सभी जानते हैं कि चीन हमारे 4 हजार वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर कब्जा जमाए बैठा है।” लेकिन जो बात उन्हें सबसे ज्यादा खटकी, वह थी सरकार का रवैया। राहुल ने तंज कसते हुए कहा, “मैं हैरान था कि हमारे विदेश सचिव चीन के राजदूत के साथ केक काट रहे थे। 20 जवान शहीद हुए थे, और उनकी शहादत का जश्न मनाया जा रहा है?”
उन्होंने आगे कहा कि हालात सामान्य होने में कोई आपत्ति नहीं, लेकिन पहले यथास्थिति बहाल होनी चाहिए। “हमारी जमीन हमें वापस मिलनी चाहिए।” राहुल ने यह भी खुलासा किया कि उन्हें पता चला है कि प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ने चीनियों को चिट्ठी लिखी, लेकिन यह जानकारी भारतीयों को नहीं, बल्कि चीनी राजदूत से मिल रही है। “पीएम चीन को खत लिख रहे हैं, और हमें कुछ पता ही नहीं!” राहुल का यह बयान सरकार की पारदर्शिता पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।
ट्रंप का टैरिफ: “अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर देगा”
दूसरी तरफ, राहुल ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत पर 26 प्रतिशत टैरिफ लगाने के फैसले को लेकर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा, “एक तरफ आपने चीन को 4 हजार वर्ग किलोमीटर दे दिया, दूसरी तरफ अमेरिका ने हम पर 26 प्रतिशत टैरिफ थोप दिया। यह हमारी अर्थव्यवस्था को तबाह कर देगा।” राहुल ने सरकार से पूछा कि इस टैरिफ से निपटने के लिए उसकी क्या योजना है।
इस दौरान उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का एक किस्सा भी सुनाया। “किसी ने इंदिरा जी से पूछा था कि आपकी विदेश नीति लेफ्ट की तरफ झुकती है या राइट की तरफ? उन्होंने जवाब दिया- न लेफ्ट, न राइट, मैं भारतीय हूं और सीधे चलती हूं।” राहुल का इशारा साफ था- सरकार को भी देशहित में सीधा और मजबूत रुख अपनाना चाहिए।
वक्फ बिल पर हमला: “संविधान पर प्रहार”
वक्फ संशोधन बिल के लोकसभा में पास होने के बाद राहुल गांधी ने इसे लेकर भी सरकार पर निशाना साधा। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने लिखा, “यह बिल मुसलमानों को हाशिए पर धकेलने और उनके व्यक्तिगत कानूनों व संपत्ति अधिकारों को छीनने का हथियार है।” उन्होंने इसे आरएसएस और बीजेपी की संविधान विरोधी साजिश करार देते हुए कहा कि यह आज मुसलमानों पर हमला है, लेकिन कल यह दूसरों को भी निशाना बना सकता है।
राहुल ने जोर देकर कहा कि कांग्रेस इस बिल का पुरजोर विरोध करती है, क्योंकि यह धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार (अनुच्छेद 25) का उल्लंघन करता है और “भारत के विचार” को कमजोर करता है।
सरकार से सीधा सवाल
चीन के कब्जे से लेकर अमेरिकी टैरिफ और वक्फ बिल तक, राहुल गांधी ने सरकार से साफ पूछा- “हमारे क्षेत्र के लिए आप क्या कर रहे हैं? टैरिफ से निपटने की क्या योजना है?” उनके ये सवाल न सिर्फ सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हैं, बल्कि देश के सामने मौजूद चुनौतियों पर एक गंभीर बहस की जरूरत को भी रेखांकित करते हैं।
राहुल गांधी के इन बयानों ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। अब देखना यह है कि सरकार इन सवालों का जवाब कैसे देती है, या फिर यह मुद्दा और गहराता चला जाता है।