पटना, 28 नवंबर 2024, गुरुवार। बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी द्वारा ‘मिथिला राज्य’ की माँग की क्रोनोलॉजी समझने के लिए हमें राजद की वर्तमान राजनीतिक स्थिति को समझना होगा। राजद लगातार सत्ता से दूर है, और इसका मुख्य कारण यह है कि यादव-मुसलमान को छोड़कर कोई दूसरी बड़ी जाति का उसे समर्थन प्राप्त नहीं है।
इस स्थिति में, राजद नेतृत्व 2025 विधानसभा चुनाव को देखते हुए ‘मिथिला राज्य’ की माँग को एक राजनीतिक हथकंडा के रूप में इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहा है। यह माँग राजद को मिथिला क्षेत्र में वोट प्राप्त करने में मदद कर सकती है, लेकिन इसके पीछे की मंशा को समझना जरूरी है।
राजद की इस माँग के पीछे की मंशा यह है कि अगर ‘मिथिला आंदोलन’ के बारे में संभ्रम की स्थिति बनाकर कुछ अतिरिक्त वोट प्राप्त हो जाए तो मजबूत यादव-मुस्लिम समीकरण के साथ सत्ता की चाभी प्राप्त की जा सकती है। लेकिन यह माँग मिथिला क्षेत्र के लोगों के हितों के अनुरूप नहीं है, बल्कि यह राजद की अपनी राजनीतिक स्थिति को मजबूत करने के लिए एक हथकंडा है।