मॉस्को, 21 जुलाई 2025: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रविवार को एक साथ दो बड़े कदम उठाकर वैश्विक कूटनीति में हलचल मचा दी है। एक ओर उन्होंने यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए शांति वार्ता की दिशा में सहमति जताई, तो दूसरी ओर क्रेमलिन में ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के शीर्ष परमाणु सलाहकार अली लारीजानी के साथ अचानक बैठक कर सबको चौंका दिया।
अघोषित थी लारीजानी से मुलाकात
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने बताया कि लारीजानी के साथ यह बैठक पहले से निर्धारित नहीं थी। इसमें मध्य पूर्व की बिगड़ती स्थिति और ईरानी परमाणु कार्यक्रम पर गहन चर्चा हुई। पेसकोव ने कहा, “राष्ट्रपति पुतिन ने मध्य पूर्व में स्थिरता और ईरानी परमाणु कार्यक्रम के राजनीतिक समाधान पर जोर दिया।” यह बैठक ऐसे समय में हुई, जब हाल ही में इजरायल-ईरान के 12-दिवसीय संघर्ष में अमेरिका ने इजरायल का साथ देते हुए ईरान के परमाणु ठिकानों पर बमबारी की थी। उस दौरान रूस ने प्रत्यक्ष हस्तक्षेप से दूरी बनाए रखी, लेकिन कूटनीतिक रूप से ईरान का समर्थन करता रहा।
यूक्रेन शांति वार्ता और ट्रंप का दबाव
पुतिन का यूक्रेन युद्ध पर शांति वार्ता के लिए तैयार होना अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दबाव का नतीजा माना जा रहा है। ट्रंप लगातार रूस पर इस मुद्दे पर दबाव बनाए हुए हैं। हालांकि, लारीजानी से मुलाकात ने ट्रंप प्रशासन को नया तनाव दे दिया है, क्योंकि रूस और ईरान के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध जगजाहिर हैं।
यूरोपीय देशों की नई पहल
इसी बीच, एक जर्मन राजनयिक सूत्र ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी जल्द ही ईरान के साथ परमाणु कार्यक्रम पर नई बातचीत शुरू करने की योजना बना रहे हैं। ईरान की तस्नीम समाचार एजेंसी ने भी पुष्टि की कि तेहरान इन तीन यूरोपीय देशों के साथ बातचीत के लिए सहमत हो गया है।
रूस-ईरान नौसैनिक अभ्यास
इस बीच, रूस और ईरान आज (21 जुलाई) से कैस्पियन सागर में तीन दिवसीय संयुक्त नौसैनिक अभ्यास ‘CASAREX 2025’ शुरू करने जा रहे हैं। इस अभ्यास में दोनों देशों की नौसेनाओं के साथ-साथ इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के सदस्य भी शामिल होंगे। तस्नीम के अनुसार, यह अभ्यास खोज और बचाव पर केंद्रित है, जिसमें कैस्पियन क्षेत्र के पांच देशों—रूस, ईरान, कजाकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और अजरबैजान—के बीच समुद्री सुरक्षा और सहयोग को बढ़ावा देने का लक्ष्य है।
पुतिन का दोहरा दांव
पिछले हफ्ते रूस ने अमेरिकी समाचार एजेंसी एक्सियोस की उस खबर की आलोचना की थी, जिसमें दावा किया गया था कि पुतिन ने ईरान को अमेरिका के साथ परमाणु समझौते के लिए प्रोत्साहित किया। ईरान लगातार परमाणु हथियार बनाने के आरोपों से इनकार करता रहा है और शांतिपूर्ण परमाणु ऊर्जा के अपने अधिकारों का बचाव करता है। पुतिन के इन दो कदमों ने वैश्विक मंच पर नई बहस छेड़ दी है, क्योंकि एक तरफ वे शांति की दिशा में कदम बढ़ाते दिख रहे हैं, तो दूसरी ओर ईरान के साथ रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत कर रहे हैं।