आगरा में जी-20 शिखर सम्मेलन के प्रतिनिधियों के आने से पहले ताजमहल में बंदर और कुत्ते नहीं दिखेंगे। चिह्नित 250 बंदरों को पकड़ने के लिए पुरातत्व विभाग टेंडर निकालेगा। फरवरी में जी-20 के प्रतिनिधि आने वाले हैं। सोमवार को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के आईजी आलोक कुमार ने मेहमानों के आगमन से पहले व्यवस्था दुरुस्त करने को लेकर ताजमहल का दौरा किया।
जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने बताया कि ताजमहल को बंदर और कुत्तों से मुक्त किया जाएगा। बंदर पकड़ने के लिए वाइल्ड लाइफ से अनुमति मिल गई है। नगर निगम बंदर और कुत्तों को पकड़ने का कार्य करेगा। साथ ही ताजमहल में अग्नि सुरक्षा मानकों का ऑडिट होगा। पूरा परिसर सीसीटीवी कैमरों से लैस होगा। सभी गेटों पर चिकित्सा सुविधा होगी। ऑनलाइन टिकट व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा। जिससे पर्यटकों और वीआईपी मेहमानों को ताजमहल भ्रमण में कोई परेशानी न आए।
ड्रोन कैमरों से होगी निगरानी
वीआईपी विजिट के दौरान ताजमहल में ड्रोन कैमरों से निगरानी होगी। डीएम ने बताया कि ताजमहल का सुरक्षा घेरा और मजबूत किया जा रहा है। ताजमहल के आसपास सभी प्रकार की अस्थायी व्यावसायिक गतिविधियों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। निरीक्षण के दौरान सीआईएसएफ के आईजी आलोक कुमार ने ताजमहल परिसर से लेकर चारों गेट का मुआयना किया।
आगरा में होंगी कॉन्फ्रेंस
जी-20 शिखर सम्मेलन की पहली बैठक भारत की मेजबानी में उदयपुर में हो चुकी है। फरवरी में आगरा में विदेशी राजनयिक, नेताओं और विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों की आवाजाही शुरू हो जाएगी। फरवरी से अगस्त तक कई कॉन्फ्रेंस होंगी। जिनमें अमेरिका, रूस और जापान सहित 20 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।