नई दिल्ली, 10 दिसंबर 2024, मंगलवार। बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार और नरसंहार के विरोध में सिविल सोसाइटी ऑफ दिल्ली ने मंगलवार 10 दिसंबर 2024 को दिल्ली में बांग्लादेश उच्चायोग पर विरोध मार्च का आयोजन किया। इस मार्च का उद्देश्य हिंदू समुदाय और अन्य अल्पसंख्यकों पर बांग्लादेश में हो रही हिंसा और उत्पीड़न की ओर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित करना था।
इस मार्च में समाज जीवन के सभी क्षेत्रों में कार्यरत लोगों और संस्थाओं ने भाग लिया। चाणक्यपुरी थाना के सामने बने मंच से कई प्रमुख व्यक्तियों ने मार्च को संबोधित किया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आह्वान किया कि वह बांग्लादेश में अत्याचार और नरसंहार का सामना कर रहे हिन्दुओं के मानवाधिकारों की रक्षा करने के लिए प्रभावी कदम उठाए।
साध्वी दीदी ऋतंभरा ने कहा कि विश्व की संस्थाएं हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचारों पर चुप क्यों हैं? हमारी करुणा को कायरता मत समझो। महिलाओं का अपमान हिन्दू समाज सहन नहीं करेगा। सिविल सोसाइटी ऑफ दिल्ली ने बांग्लादेश उच्चायुक्त को एक ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें यह मांग की गई कि बांग्लादेश में हिन्दुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के मानवाधिकारों की रक्षा की जाए। हिन्दुओं तथा अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों को शांतिपूर्ण सह अस्तित्व अधिकार मिलना चाहिए तथा उनके खिलाफ जारी हिंसा समाप्त होनी चाहिए।
ज्ञापन में यह भी कहा गया कि बांग्लादेश में हिन्दुओं के साथ हो रही हिंसा और उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ रही हैं और यह एक गंभीर मानवाधिकार संकट है। बांग्लादेश सरकार को इस समस्या का समाधान करने के लिए तुरंत कदम उठाने चाहिए और हिन्दुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए।