चंदौली, 9 जनवरी 2025, गुरुवार। कड़ाके की ठंड के बावजूद, चंदौली में लाल बहादुर शास्त्री जन्मस्थली सेवा न्यास के बैनर तले धरना आठवें दिन भी जारी है। यह धरना पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जन्मस्थली को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने सहित 12 सूत्रीय मांगों को लेकर आयोजित किया गया है।
चार प्रमुख मांगें:
शास्त्री जी की जन्मस्थली को राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया जाए।
मुगलसराय जंक्शन (वर्तमान में डीडीयू जंक्शन) का नाम शास्त्री जी के नाम पर रखा जाए।
दिव्यांगजनों के लिए ₹3000 मासिक पेंशन लागू की जाए।
रेलवे पावर हाउस परिसर में बंद पड़ी डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को सार्वजनिक स्थल पर स्थापित किया जाए।
धरनारत सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इन मांगों को गंभीरता से विचारने की अपील की है। धरना 11 जनवरी को समाप्त होगा, जब शास्त्री जी की पुण्यतिथि पर उनकी स्मृतियों को सम्मानित करने के लिए एक विशेष आयोजन किया जाएगा।
संयोजक कृष्ण गुप्ता ने बताया कि यह धरना पूरी तरह शांतिपूर्ण है और इसका उद्देश्य शास्त्री जी की स्मृतियों को संजोना और उनकी जन्मस्थली को राष्ट्रीय धरोहर का दर्जा दिलाना है। उन्होंने कहा, “यह कदम न केवल शास्त्री जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी, बल्कि चंदौली और देश की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास भी होगा।”
धरने में शंकर चौहान, पवन शर्मा, सुजीत गुप्ता, सुरेश यादव (सभासद), अभिषेक नारायण, और दिनेश यादव समेत कई प्रमुख सदस्य शामिल हैं। दिव्यांगजनों ने भी बड़ी संख्या में भाग लिया है। इन प्रतिभागियों में जितेंद्र भारती, मुन्ना, बिंदु बिद, धर्मेंद्र यादव, संजय चौहान, शिव कुमार और दिलीप चौहान जैसे नाम शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ₹3000 मासिक पेंशन की मांग दिव्यांगजनों की आजीविका में सुधार लाने के लिए बेहद जरूरी है।