संभल, 23 दिसंबर 2024, सोमवार। उत्तर प्रदेश के संभल जिले में एक नए ऐतिहासिक खोज की खबर है, जिसमें चंदौसी में पृथ्वीराज चौहान की एक प्राचीन बावड़ी मिली है। यह बावड़ी संभल की शाही मस्जिद से महज 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस बावड़ी का निर्माण राजपूत सम्राट पृथ्वीराज चौहान की सेना के लिए किया गया था, जो उनके ठहरने के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल था।
प्राचीन बावड़ी 16 मंजिला है, जिसमें से महज 2 मंजिल ही ऊपर नजर आ रही थी, बाकी का हिस्सा जमीन में धंस गया था। बावड़ी के अंदर जाने पर प्राचीन नक्कासी और गेट साफ तौर पर नजर आ रहे हैं। बावड़ी के ऊपर एक विशालकाय वृक्ष है, जिसके नीचे से बावड़ी में जाने का रास्ता है।
इस बावड़ी का महत्व इसीलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि यह पृथ्वीराज चौहान के समय से जुड़ी हुई है। पृथ्वीराज चौहान एक महान राजपूत सम्राट थे, जिन्होंने अपने समय में कई महत्वपूर्ण युद्ध लड़े थे। उनकी इस बावड़ी का मिलना एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक खोज है, जो हमें हमारे इतिहास के बारे में अधिक जानने का अवसर प्रदान करती है।
अब यहां देखने वाली बात ये होगी कि आने वाले समय में संभल प्रशासन ऐसी ऐतिहासिक धरोहर के विकास के लिए क्या कदम उठाता है। क्या यह बावड़ी एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल के रूप में विकसित की जाएगी? क्या इसके संरक्षण और रखरखाव के लिए कोई विशेष प्रयास किए जाएंगे? इन सवालों के जवाब आने वाले समय में मिलेंगे, लेकिन यह तय है कि यह बावड़ी हमारे इतिहास और संस्कृति के बारे में अधिक जानने का एक महत्वपूर्ण स्रोत होगी।