प्रधानमंत्री ने काशी में मां कालका को नमन किया, सेवापुरी के गौरवशाली इतिहास को सराहा

0
51

वाराणसी, 02 अगस्त 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वाराणसी के सेवापुरी क्षेत्र के बनौली गांव में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए काशी की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को नमन किया। मां कालका देवी की ड्योढ़ी के दर्शन कर उन्होंने क्षेत्र के ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित किया और योगी सरकार के विकास कार्यों की जमकर तारीफ की।

प्रधानमंत्री ने कहा, “सेवापुरी आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। यह मां कालका की पवित्र ड्योढ़ी है। मैं मां को नमन करता हूं।” उन्होंने मां कालका धाम के सुंदरीकरण को भव्य बनाने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की। साथ ही, चांदपुर-भदोही रोड जैसे विकास परियोजनाओं का जिक्र किया, जिससे काशी और भदोही के बुनकरों को लाभ होगा। उन्होंने कहा, “यह परियोजना बनारस के सिल्क और भदोही के कारीगरों को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी।”

स्वतंत्रता संग्राम और गांधी की परिकल्पना को याद किया

प्रधानमंत्री ने सेवापुरी के क्रांतिकारी इतिहास को याद करते हुए कहा, “यह वही सेवापुरी है, जहां स्वतंत्रता संग्राम में लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। यहीं महात्मा गांधी की चरखे की परिकल्पना साकार हुई, जब घर-घर में महिला-पुरुष चरखा चलाते थे।” सावन के पवित्र माह में उन्होंने यादव बंधुओं की जलाभिषेक यात्रा का उल्लेख किया और कहा, “गौरी केदारेश्वर से गंगाजल लेकर बाबा विश्वनाथ के दर्शन को निकलने वाले शिवभक्तों का समूह मन को छू लेता है।”

उन्होंने भोजपुरी में भक्तिभाव के साथ कहा, “हम सेवापुरी के ई मंच से बाबा काशी विश्वनाथ के प्रणाम करत हई। नम: पार्वती पतये हर हर महादेव।” हालांकि, उन्होंने बताया कि भक्तों को असुविधा से बचाने के लिए वे इस बार बाबा विश्वनाथ और मार्कण्डेय महादेव के दर्शन के लिए नहीं गए, लेकिन यहीं से मां गंगा और भोलेनाथ को प्रणाम किया।

राष्ट्रवीर बाबू निहाला सिंह को श्रद्धांजलि

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसभा से पहले कालिकाधाम डिग्री कॉलेज में राष्ट्रवीर बाबू निहाला सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस भावपूर्ण श्रद्धांजलि से उनके परिजनों और गांव में खुशी की लहर दौड़ गई।

दिव्यांगों के प्रति संवेदना ने जीता दिल

जनसभा में प्रधानमंत्री का मानवीय पक्ष तब सामने आया, जब उन्होंने मंच से दृष्टिबाधित छात्रा बबली कुमारी को अपने हाथों से लो विजन चश्मा पहनाया। बबली की खुशी देखते ही बनती थी। वहीं, पुलिस कर्मियों ने भी दिव्यांगों की मदद में कोई कसर नहीं छोड़ी। गहरपुर के दिव्यांग पप्पू को एक पुलिसकर्मी ने गोद में उठाकर पंडाल तक पहुंचाया, जिसकी हर तरफ सराहना हुई। कई दिव्यांग महिलाएं प्रधानमंत्री के स्नेह को देख भावुक हो उठीं, जिनके सिर पर पीएम ने प्यार से हाथ फेरा।

“मोदी है तो मुमकिन है”

प्रधानमंत्री के इस संवेदनशील रवैये ने उपस्थित लोगों का दिल जीत लिया। जनसभा में मौजूद लोगों ने कहा, “मोदी है तो मुमकिन है।” यह जनसभा न केवल विकास और आध्यात्मिकता का संगम थी, बल्कि काशी की एकता और संवेदनशीलता का भी प्रतीक बनी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here