यूपी में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सलावा में खेल यूनिवर्सिटी की नींव रखेंगे। युवाओं को साधने के लिए खिलाड़ियों का जमावड़ा लगेगा। भाजपा सरकार के लिए सिरदर्द बन गए कृषि कानून वापस लेकर पीएम पहले ही किसानों के मन की बात पूरी कर चुके हैं। प्रधानमंत्री के दोनों कदम पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा की राह को आसान करने वाले माने जा रहे है।
कृषि कानून के विरोध में किसान आंदोलन भले ही पंजाब और हरियाणा से शुरू हुआ था, लेकिन इसका केंद्र पश्चिमी उत्तर प्रदेश बन गया। यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले मुश्किल में घिरे भाजपा नेताओं के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले कृषि कानून वापस लेने का एलान किया। जिसके बाद किसान आंदोलन खत्म हुआ और भाजपा नेताओं की आवाजाही भी गांवों तक बढ़ गई।
मुजफ्फरनगर, मेरठ, शामली और बागपत आंदोलन का केंद्र बन गया था। कृषि कानून वापस लेने के बाद पहली बार प्रधानमंत्री पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसानों के बीच होंगे। इसी क्षेत्र से बड़ी संख्या में किसान भी उन्हें सुनने पहुंचेंगे। किसानों के बाद युवाओं को लुभाने के लिए चुनाव से ठीक पहले मेजर ध्यानचंद खेल यूनिवर्सिटी का शिलान्यास होगा।
यह प्रदेश की पहली खेल यूनिवर्सिटी है, ऐसे में पीएम युवाओं को लुभाने में भी कोई कमी बाकी नहीं रखेंगे। अब देखने वाली बात यह होगी कि दोनों बड़े कदमों से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा को कितना लाभ मिलने वाला है।