नई दिल्ली, 22 जनवरी 2025, बुधवार। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के 10 वर्ष पूरे होने पर कहा कि यह पहल लैंगिक पूर्वाग्रहों पर काबू पाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और बालिकाओं को शिक्षा और अपने सपनों को पूरा करने के अवसर प्रदान करने में भी सफल रही है।
उन्होंने इस अभियान की शुरुआत 22 जनवरी 2015 को हरियाणा के पानीपत में की थी। इसका मुख्य उद्देश्य घटते शिशु लिंग अनुपात को रोकना और महिलाओं के सशक्तीकरण से जुड़े मुद्दों का समाधान करना है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह अभियान एक परिवर्तनकारी, लोगों द्वारा संचालित पहल बन गई है और जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों ने इसमें भागीदारी की है। उन्होंने इस अभियान में लोगों और विभिन्न सामुदायिक सेवा संगठनों को उनके समर्पित प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ ने उल्लेखनीय मील के पत्थर हासिल किए हैं।
उन्होंने आगे कहा कि ऐतिहासिक रूप से कम बाल लिंग अनुपात वाले जिलों में महत्वपूर्ण सुधार आए हैं और जागरुकता अभियानों ने लैंगिक समानता के महत्व की गहरी समझ पैदा की है। उन्होंने आह्वान किया कि हमें अपनी बेटियों के अधिकारों की रक्षा करना जारी रखना चाहिए, उनकी शिक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए और एक ऐसे समाज का निर्माण करना चाहिए जहां वे बिना किसी भेदभाव के आगे बढ़ सकें।