चीन की आईटी कंपनी डीपसीक ने जिस तरह से पूरी दुनिया को चौंकाया है, उससे अगले महीने पेरिस में होने वाली आर्टिफिशिएल इंटेलिजेंस एक्शन समिट की अहमियत बढ़ गई है।
इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी हिस्सा लेंगे और राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ सम्मेलन की अध्यक्षता भी करेंगे। माना जा रहा है कि मोदी आर्टिफिशिएल इंटेलीजेंस (एआई) के नियमन को लेकर भारत की चिंताओं को एक बार फिर सामने रखेंगे।
डीपसीक ने बदला गेम
जानकारों का कहना है कि एआई के खतरे और इससे जुड़ी नैतिकता पर अमेरिका व पश्चिमी देशों की तरफ से उठाए जाने वाले सवालों को लेकर चीन की एआई कंपनियां अभी तक खास तवज्जो नहीं देती थीं, लेकिन डीपसीक की लॉन्चिंग ने पूरा परिदृश्य बदल दिया है।