वाराणसी, 19 फरवरी 2025, बुधवार। महाशिवरात्रि से पहले ही भोले की नगरी काशी में हर तरफ बम-बम भोले और हर हर महादेव गूंज रहा है। काशी विश्वनाथ मंदिर में पांच किलोमीटर लंबी कतार लगी हुई है। काशी के कोतवाल कालभैरव सहित अन्य शिवालयों में भी इसी तरह भीड़ है। महामृत्युंजय मंदिर और कैथी के मारकंडे महादेव के साथ ही बीएचयू स्थित विश्वनाथ मंदिर पर कतार लगी हुई है। वहीं, महाकुंभ के दौरान श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में लाखों श्रद्धालुओं के आगमन के बीच मंदिर न्यास और जिला प्रशासन ने महाशिवरात्रि की तैयारियां शुरू कर दी हैं। महापर्व पर देश के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु, हजारों नागा संतों, महामंडलेश्वर और विभिन्न मठ मंदिरों, अखाड़ों के पीठाधीश्वर काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन करेंगे।

मंदिर और आसपास के इलाकों में भीड़ प्रबंधन के साथ सुगम दर्शन के लिए पूरी तैयारी हो रही है। मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि महाशिवरात्रि धाम का सबसे बड़ा उत्सव है। इस बार की महाशिवरात्रि इसलिए विशेष है कि महाकुंभ के अवसर पर पड़ी है। मंदिर में भारी भीड़ को देख एंड टू एंड बैरिकेडिंग की जाएगी। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील किया कि दर्शन पूजन के लिए पूरा समय लेकर आए। बीमार और बृद्ध लोग जो देर तक कतार में खड़े होने में असमर्थ है वे घर से ही बाबा का लाइव दर्शन करें। उन्होंने बताया कि पिछले वर्षो में दरबार में जितने श्रद्धालु महाशिवरात्रि पर्व पर आते थे, महाकुंभ की अवधि में उससे अधिक प्रतिदिन आ रहे है। इस बार महाकुंभ के चलते दरबार में अनुमान से अधिक श्रद्धालु आएंगे।

शिवरात्रि महापर्व पर नागा संतों के दर्शन पूजन के समय में आमजन का दर्शन पूजन बाधित रहेगा। नागा संतों के मंदिर में प्रवेश के समय आम श्रद्धालुओं के प्रवेश को थोड़ी देर के लिए रोका जा सकता है। ऐसे में आम श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि मंदिर के जारी होने वाले एडवाइजरी का ध्यान रख दर्शन पूजन की योजना बनाए। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील किया कि महापर्व पर मंदिर में आने के पहले अपना पर्स, मोबाइल व अन्य प्रतिबंधित वस्तुएं होटल या घर में ही छोड़ कर आएंगे तो उनके लिए सुविधा रहेगी। महापर्व पर मंदिर परिसर में चिकित्सकीय टीम, आपदा राहत टीम, न्यास के अफसर भी भ्रमणशील रहेंगे। श्रद्धालु के सुगम और सुरक्षित दर्शन के लिए न्यास संकल्पित है।
गणेश जी के पूजन से हुई शुरुआत
श्री काशी विश्वनाथ धाम में महाशिवरात्रि की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इसके पहले प्रथम पूज्य श्री गणेश जी महाराज का विधि-विधान से पूजन किया गया। मंदिर के सीईओ विश्व भूषण मिश्रा ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गणेश जी की पूजा की। श्री गणेश जी महाराज का जलाभिषेक करने के बाद उनका सिंदूर से श्रृंगार किया गया। इसके बाद श्री गणेश जी को वस्त्र, पुष्प, दुर्वा, माला, नैवैद्य, भोग अर्पित किया गया। भावपूर्ण तरीके से गणेश जी की स्तुति कर उनकी आरती उतारी गई। शिखर आरती के पश्चात भक्तों में प्रसाद वितरित किया गया।
